पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात, परमाणु ठिकानों पर कमांडो की तैनाती

इमरान खान को आठ दिन के रिमांड पर भेजने के बाद इस्लामाबाद में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। फॉरेन एम्बेसी और कॉन्स्यूलेट के स्टाफ को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। उधर चांग इलाके में मौजूद न्यूक्लियर फेसिलिटी पर फौज के कमांडो तैनात कर दिए गए हैं।

Updated: May 10, 2023, 06:55 PM IST

इस्लामाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात हैं। देश के 18 बड़े शहर हिंसा की चपेट में हैं। सभी राज्यों में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इमरान खान को आज नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) की स्पेशल टेम्परेरी कोर्ट में पेश किया गया। जांच एजेंसी ने 14 दिन का रिमांड मांगा था। जज ने इमरान को 8 दिन की फिजिकल रिमांड पर जांच एजेंसी को सौंप दिया है। रिमांड पर भेजे जाने के बाद PTI समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन तेज कर दी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में फौज तैनात कर दी गई है। पेशावर में रेडियो पाकिस्तान की इमारत में आग लगा दी गई। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने 18 शहरों में हिंसा का एक कॉम्बो फोटो जारी किया है। हिंसा में आठ लोगों की मौत होने की भी खबर है। हालांकि, ये आंकड़े बढ़ सकते हैं। स्थिति बिगड़ता देख पूरे पाकिस्तान में धारा 144 लागू कर दी गई है। पूरे पाकिस्तान में मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। फेसबुक और वाट्सऐप पर भी रोक लगा दी गई है। 

इस्लामाबाद में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। फॉरेन एम्बेसी और कॉन्स्यूलेट के स्टाफ को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। उधर, चांग इलाके में मौजूद न्यूक्लियर फेसिलिटी पर फौज के कमांडो तैनात कर दिए गए हैं। दरअसल, जिस तरह से लोग सैन्य ठिकानों पर हमला कर रहे हैं, ऐसी स्थिति में परमाणु ठिकानों की सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान सरकार चिंतित है। 

दुनिया के अन्य देश भी इस बात को लेकर परमाणु गलत हाथों में चला गया तो तबाही आ सकती है। आतंकवादी संगठनों के साथ सैन्य कर्मियों की मिलीभगत के कारण परमाणु हथियार चोरी करने की आशंका बहुत हद तक बढ़ जाती है। पाकिस्‍तान सेना जिसके बारे में अक्‍सर कहा जाता है कि उसकी आतंकियों के साथ साठगांठ है, जब उसके ही हेडक्‍वार्ट्स पर हमले हो रहे हैं तो फिर स्थिति और भी जटिल हो जाती है। इसी बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम के बारे में गलत बातें फैलाई जा रही हैं और यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।