आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश मामले में बैकफुट पर भारत, RAW के अधिकारी विक्रम यादव को किया गिरफ्तार

खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश का मामला खूब सुर्खियों में रहा था। इस मामले में अमेरिका ने भारतीय खुफिया एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए थे। अब भारत सरकार ने दबाव में आकर अपने ही अधिकारी को अरेस्ट कर लिया है।

Updated: Oct 16, 2024, 12:08 PM IST

नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश एक बार फिर सुर्खियों में है। इस मामले में भारत की वर्तमान मोदी सरकार अमेरिकी दबाव के आगे घुटने टेकती नजर आ रही है। भारत ने अपने ही खुफिया विभाग RAW के ऑफिसर विक्रम यादव को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई अमेरिका के दबाव में आकर की गई है। इसे विदेश मोर्चे पर बड़ी कूटनीतिक हार के तौर पर देखा जा रहा है।

दरअसल, अमेरिका अखबार ने दावा किया था कि पन्नू की हत्या की कोशिश के पीछे भारतीय अधिकारियों का हाथ है। जिसके बाद भारत ने इसकी जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था जो 15 अक्टूबर को अमेरिका दौरे पर गई थी। यह कमेटी इस मामले में की गई अबतक की कार्रवाई से अमेरिकी एजेंसियों को अवगत कराएगी। पन्नू की हत्या की मामले में अमेरिका ने पूर्व रॉ अधिकारी विक्रम यादव के शामिल होने का आरोप लगाया था। जिसपर भारत ने दिल्ली में विक्रम यादव को गिरफ्तार किया गया है।

नवंबर 2022 में, फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिका में पन्नू को मारने की साजिश रची गई, जिसे अमेरिका ने नाकाम कर दिया था। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि अमेरिका ने भारत सरकार को इस मामले पर चेतावनी भी जारी की थी। हालांकि, इस मामले पर भारत ने अमेरिकी आरोपों का पुरजोर खंडन किया था। सरकार ने पन्नू की हत्या की साजिश के आरोपों की जांच के लिए 18 नवंबर, 2023 को एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन भी किया था। लेकिन अब सरकार घुटने टेकती नजर आ रही है।

अमेरिका के मैनहट्टन की एक अदालत में अभियोग दायर किया गया जिसमें दावा किया गया कि निखिल गुप्ता नामक व्यक्ति ने पन्नू की हत्या की योजना बनाई थी। जिसमें एक भारतीय अधिकारी भी शामिल था।अभियोग में एक अज्ञात व्यक्ति 'सीसी-1' का उल्लेख किया गया है, जिसने कथित तौर पर भारत से पन्नू की हत्या की साजिश रची। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह 'सीसी-1' विक्रम यादव था। जिसके कहने पर निखिल गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए शूटर ढूंढे थे और उसे एडवांस पेमेंट भी किया था। हालांकि, निखिल गुप्ता ने जिस शूटर को हत्या का ठेका दिया था वह अमेरिकी खुफिया एजेंट निकला। इसके बाद गुप्ता अमेरिका छोड़कर फरार हो गया था। 52 वर्षीय निखिल गुप्ता को 30 जून, 2023 को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था।

मूल रूप से पंजाब के नाथू चक गांव में से ताल्लुक रखने वाले पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है, वह आतंकवाद के आरोपों में भारत में वॉन्टेड है। पन्नू खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के मुखिया के रूप में काम करता है। उसने भी अमेरिका के एक अदालत में अभियोग दायर की है। जिसमें भारतीय खुफिया एजेंसी RAW के चीफ समेत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विक्रम गुप्ता को अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोपी बताया है। बहरहाल, अब देखना होगा कि भारत सरकार अपने ही अधिकारी के साथ क्या करती है?