Petrol-Diesel Price Hike: लगातार 12 वें दिन दाम बढ़ाए
रुपए के भाव गिरने का खामियाजा तेल कंपनियों को ना उठाना पड़े इस वजह से कीमतों में लगातार बढ़ोतरी

कोरोना महामारी से जूझ रहे आम आदमी की जेब पर तेल की बढ़ती कीमतों से दोहरी मार पड़ रही है। आज गुरुवार को लगातार 12 वें दिन देश भर में पेट्रोल कि कीमतों में 53 पैसों की बढ़ोत्तरी हुई तो डीजल 64 पैसे महंगा हो चुका है। पिछले 12 दिनों में इस प्रकार पेट्रोल के दामों में 6.53 रुपए तो डीजल के दामों में 7.05 रुपए इज़ाफ़ा हो चुका है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल 84.83 रुपए तो डीजल 75.42 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में गिरावट के बाद भी यह बढ़ोतरी की जा रही है।
लॉकडाउन में छूट के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी से आम आदमी की जेब पर बुरा असर पड़ रहा है। दिल्ली में गुरुवार को पेट्रोल की नई कीमत 77.81 रुपए प्रति लीटर और डीजल की नई कीमत 76.43 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
Petrol price hiked by 53 paise per litre, diesel by 64 paise; rates go up cumulative by Rs 6.55 and Rs 7.04 respectively in 12 days
— Press Trust of India (@PTI_News) June 18, 2020
क्यों बढ़ा रहे कीमत
कारोना महामारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड की कीमतों में लगातार गिरावट आई थी। ब्रेंट क्रूड 18 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया था। उस दौरान हालांकि तेल कंपनियों ने कीमतों में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया, लेकिन उन्हें सस्ते में क्रूड खरीद कर भंडार बढ़ाने का मौका मिल गया। लॉकडाउन के दौरान सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 3 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी लेकिन तेल कंपनियों ने ग्राहकों पर यह ड्यूटी पास ऑन नहीं किया। लॉकडाउन में ढील के बाद तेल की मांग में बढ़ोतरी हुई। इसी दौरान देश में रुपए के भाव भी गिरने लगे। तेल कंपनियों की माने तो रुपए में गिरावट के कारण उन्हें महंगे डॉलर में तेल खरीदना पड़ रहा है। 21 अप्रैल को जो क्रूड 17.51 डॉलर में मिल रहा था आज वहीं क्रूड 37–28 डॉलर प्रति बैरल खरीदा जा रहा है। भाव गिरने का खामियाजा तेल कंपनियों को ना उठाना पड़े इस वजह से कीमतों में ये लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। इस तरह तेल कंपनियां अपना भार ग्राहकों पर डाल रही हैं।