ड्रेस और स्टेशनरी के नाम पर करोड़ों की लूट, भोपाल में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कांग्रेस नेता ने खोला मोर्चा
राजधानी भोपाल में कई अवैध दुकानों से चल रहा है अभिभावकों को लूटने का खुला खेल, शिक्षा माफियाओं को है प्रशासन का पूरा संरक्षण: विवेक त्रिपाठी

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने भोपाल में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। त्रिपाठी ने बताया कि राजधानी में नेहरू नगर चौराहे पर स्थित एक अवैध दुकान में नारायणा स्कूल की ड्रेस बेहद महंगे दामों पर बेची जा रही है। इस दुकान का कोई वैध रजिस्ट्रेशन नहीं है, न ही इसका कोई दस्तावेजी अस्तित्व है। त्रिपाठी ने इस मामले में भोपाल कलेक्टर को शिकायत की है और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की माँग की।
त्रिपाठी ने कहा कि भोपाल के कई बड़े नामी निजी स्कूल शिक्षा माफियाओं के साथ मिलकर चुनिंदा दुकानों से महंगे दामों पर ड्रेस, किताबें, बैग और स्टेशनरी बेचने का दबाव बना रहे हैं। इससे अभिभावक दस गुना महंगे दाम चुकाने को मजबूर हैं और शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से लूट-खसोट का अड्डा बन चुकी हैं। त्रिपाठी ने दावा किया कि इन फर्जी दुकानों को प्रशासन की मौन स्वीकृति प्राप्त है।
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त्रिपाठी ने कहा कि यह व्यवस्था अरबों रुपये की अवैध कमाई और करोड़ों रुपये के GST व इनकम टैक्स की चोरी से जुड़ी हुई है, जिससे मध्य प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था पर गहरा आघात हो रहा है। त्रिपाठी के अनुसार नेहरू नगर की अवैध दुकान के कर्मचारी ने उन्हें बताया कि हमें स्कूल ने बेचने के लिए दिया हैं जो माल बच जाएंगा वो वापस नारायण स्कूल जाएंगा उन्हीं का माल है। मैं तो सिर्फ कर्मचारी हूं।
विवेक त्रिपाठी ने मांग की है कि –
1. नेहरू नगर की अवैध दुकान को तत्काल सील किया जाए।
2. नारायणा स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई हो।
3. जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में गठित जांच समिति की निष्क्रियता की समीक्षा की जाए।
4. सभी स्कूलों में एक प्रभावी पालक संघ का गठन कर उनकी अनुशंसाओं को प्रशासनिक महत्व दिया जाए।
उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी।