पाकिस्तान में प्रदूषण का कहर: कई शहरों में AQI 1000 के पार, पंजाब में 1.1 करोड़ बच्चों को खतरा

पकिस्तान में वायु प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। एक्यूआई स्तर 1,000 से अधिक हो गया है। मुल्तान में एक्यूआई का स्तर पिछले हफ्ते 2,000 को पार कर गया था। यह आंकड़ा बेहद चौंका देने वाला है।

Updated: Nov 12, 2024, 09:27 PM IST

इस्लामाबाद। वायु प्रदूषण के कहर से केवल भारत ही परेशान नहीं है बल्कि पाकिस्तान के हालत और बदतर है। प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई 1000 को पार कर गया और शहर के आसमान पर धुंध की घनी चादरें चढ़ गई हैं। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने पाकिस्तान के पंजाब में 11 मिलियन (1.1 करोड़) से ज्यादा बच्चों की जान के खतरे की चेतावनी दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले महीने से पाकिस्तान की राजधानी लाहौर और पंजाब के 17 अन्य जिलों में जहरीली धुंध छाई हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 40,000 से अधिक लोगों को सांस से संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।

पूरे प्रांत में क्लीनिकों में मरीजों की प्राथमिक चिकित्सा के लिए विशेष स्मॉग काउंटर स्थापित किए गए हैं। मंगलवार को अकेले लाहौर में 900 लोग अस्पताल में भर्ती हुए। पाकिस्तान में यूनिसेफ के प्रतिनिधि अब्दुल्ला फादिल ने सरकार से पांच साल से कम उम्र के 1.1 करोड़ प्रभावित बच्चों और अन्य के लिए वायु प्रदूषण को कम करने के लिए तत्काल और अधिक प्रयास करने का आग्रह किया।

पाकिस्तान यूनिसेफ के प्रतिनिधि अब्दुल्ला फादिल ने इस्लामाबाद में कहा कि पाकिस्तान के पंजाब में धुंध की स्थिति लगातार बनी हुई है। ऐसे में छोटे बच्चों की सेहत हमारी चिंता का कारण बनी हुई है, क्योंकि बच्चों को प्रदूषित, जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। लाहौर और उसके आसपास के शहरों में सावधानी बरतते हुए स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों को बंद किया जा चुका है। साथ ही लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है।