तालिबान ने महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगाई रोक, धीरे-धीरे बढ़ा रहा है प्रतिबंधों का दायरा

तालिबान ने सत्ता में आते ही माध्यमिक विद्यालय में महिलाओं के पढ़ने पर रोक लगा दिया था, साथ ही सरकारी दफ्तरों में महिलाओं को नौकरी पर लौटने पर भी रोक लगा दिया गया था

Updated: May 04, 2022, 12:52 PM IST

Photo Courtsey : Presswire8
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हेरात। अफगानिस्तान में तमाम तरह की बंदिशें झेल रहीं महिलाओं को अब गाड़ी चलाने से भी रोक दिया गया है। अफगानिस्तान के हेरात शहर में तालिबान ने महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस नहीं देने का आदेश जारी किया है। हेरात शहर अफगानिस्तान का प्रगतिशील शहर माना जाता है। अफगानिस्तान के रूढ़िवादी औए पितृसत्तात्मक देश होने के बाद भी बड़े शहरों में महिलाओं का गाड़ी चलाना आम बात है। अफगान मानकों के हिसाब से हेरात को काफी उदार माना जाता है। 

समाचार एजेंसी एफपी की रिपोर्ट के अनुसार, शहर के ड्राइविंग स्कूलों की देखरेख करने वाले ट्रैफिक प्रबंधन संस्थान के प्रमुख जान आगा अचकजई ने कहा कि "हमें मौखिक रूप से निर्देश मिले हैं कि महिला चालकों को लाइसेंस देना बंद किए जाएं। हालांकि महिलाओं महिलाओं को शहर में गाड़ी चलाने से रोकने के आदेश नहीं है।" 

अफगानिस्तान की तालिबान सरकार महिलाओं पर प्रतिबंधों का दायरा धीरे-धीरे बढ़ाती जा रही है। तालिबान के अधिकारी महिलाओं से सभी तरह के अवसर छीनना चाहते हैं। जब से तालिबान के हाथों अफगानिस्तान की बागडोर लगी है, तब से ही कई रूढ़िवादी नियमों को महिलाओं पर थोपा जा रहा है। 

तालिबान ने सत्ता में आते ही माध्यमिक विद्यालय में महिलाओं के पढ़ने पर रोक लगा दिया था। साथ ही सरकारी दफ्तरों में महिलाओं को नौकरी पर लौटने पर भी रोक लगा दिया गया था। तालिबान राज में महिलाओं की कोई जगह नहीं है। सत्ता हथियानें से पहले उनकी तरफ से जो नरमी बरतने का वादा किया गया था वो पूरी तरह झूठ निकला है। 

अफगानिस्तान में महिलाओं को क्रिकेट समेत किसी भी खेल में हिस्सा लेने की मनाही है। तालिबान का कहना है कि स्पोर्ट्स में हिस्सा लेने से उनके शरीर की नुमाइश होती है। अभी हाल ही में कई महिलाओं को प्लेन में बैठने से मना कर दिया गया था क्योंकि वे पुरुषों के बगैर यात्रा कर रहीं थीं।