अमेरिका और ब्रिटेन के तीन अर्थशास्त्रियों को मिला नोबेल प्राइज, जानें क्या है योगदान

अमेरिका और ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों को इकोनॉमिक्स के क्षेत्र में नोबल प्राइज 2024 से सम्मानित किया जा रहा है। इन अर्थशास्त्रियों को राजनीतिक और सामाजिक संस्थाओं के निर्माण और उनके समाज की प्रगति पर पड़ने वाले प्रभाव पर किए गए शोध के लिए यह सम्मान मिला है।

Updated: Oct 14, 2024, 07:37 PM IST

अमेरिका और ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों को इकोनॉमिक्स के क्षेत्र में नोबल प्राइज 2024 से सम्मानित किया जा रहा है। इसमें तुर्किश मूल के अमेरिकी डेरन एसेमोग्लू, ब्रिटिश मूल के अमेरिकी साइमन जॉनसन और ब्रिटेन के जेम्स ए रॉबिनसन के नाम की घोषणा हुई है। इन अर्थशास्त्रियों को राजनीतिक और सामाजिक संस्थाओं के निर्माण और उनके समाज की प्रगति पर पड़ने वाले प्रभाव पर किए गए शोध के लिए यह सम्मान मिला है। इनकी रिसर्च ने यह उजागर किया है कि कैसे गरीब देश दशकों की प्रगति के बावजूद अमीर देशों की तरह विकसित नहीं हो पाए हैं।

 

इन वैज्ञानिकों ने बताया है कि राजनीतिक संस्थाओं का समाज पर प्रभाव तीन प्रमुख तरीकों से पड़ता है। सबसे पहले, संसाधनों का बंटवारा और समाज में निर्णय लेने की शक्ति के वितरण के आधार पर अमीर और आम जनता के बीच संघर्ष होता है। दूसरा, जनता कभी-कभी संगठित होकर सत्ताधारी वर्ग पर दबाव डालती है, जिससे उनकी मांगें मानी जाती हैं, और तीसरा, कई बार अमीर सत्ताधारी वर्ग को फैसला लेने का अधिकार जनता को सौंपना पड़ता है।

 

इससे पहले, 2023 में इकोनॉमिक्स का नोबेल पुरस्कार अमेरिका की क्लॉडिया गोल्डिन को मिला था, जिन्होंने लेबर मार्केट में महिलाओं के कामकाज और उनके योगदान को बेहतर तरीके से समझाया था। वहीं, 1998 में भारतीय अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को वेलफेयर इकोनॉमिक्स और सोशल चॉइस थ्योरी में योगदान के लिए यह सम्मान प्राप्त हुआ था। 2022 में यह पुरस्कार बैंकिंग क्षेत्र के विशेषज्ञों - बेन बेर्नाके, डगलस डायमंड और फिलिप डिविग को दिया गया था, जिन्होंने आर्थिक मंदी के समय में बैंकिंग सेक्टर को सुधारने पर महत्वपूर्ण शोध किए थे।