MP में 25.68 लाख युवा रजिस्टर्ड बेरोजगार, कमलनाथ ने मोहन सरकार को बताया युवा विरोधी
भाजपा सरकार पूरी तरह युवा विरोधी है और नौकरियां हड़पने में जुटी हुई है। अब समय आ गया है कि मध्य प्रदेश का युवा इस अन्याय के ख़िलाफ़ डटकर खड़ा हो और अपने न्यायोचित अधिकार हासिल करने के लिए संघर्ष करे: कमलनाथ

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने विधानसभा में बेरोजगारों की कैटेगरी वार जानकारी दी है। कौशल विकास और रोजगार विभाग के मंत्री गौतम टेटवाल के अनुसार प्रदेश में 25.68 लाख बेरोजगार युवा हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या OBC वर्ग की है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार को घेरते हुए युवा विरोधी करार दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक एक्स पोस्ट में लिखा, 'भाजपा ने मध्य प्रदेश को बेरोजगारों का प्रदेश बना दिया है। सरकारी पोर्टल पर दर्ज बेरोजगारों के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 25.68 लाख युवा बेरोज़गार हैं। बेरोजगारों की सबसे बड़ी संख्या OBC वर्ग की है। पंजीकृत बेरोजगारों में OBC वर्ग 10.46 लाख, सामान्य वर्ग 6.34 लाख, अनुसूचित जाति 4.69 लाख और अनुसूचित जनजाति 4.18 लाख युवा बेरोज़गार है।'
कमलनाथ ने आगे लिखा, 'प्रदेश के 21 जिले ऐसे हैं जहां बेरोजगार युवाओं की संख्या 50 हजार के पार है। प्रदेश की राजधानी भोपाल के अलावा जबलपुर, ग्वालियर बेरोजगार युवाओं की संख्या के मामले में टॉप 10 जिलों में शामिल है। साथ ही विंध्य के रीवा संभाग के तीन जिले रीवा, सतना और सीधी भी टॉप टेन बेरोजगारी वाले जिलों में शामिल हैं। प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में बेरोज़गार होने के बावजूद प्रदेश सरकार रोज़गार देने की जगह बेरोज़गारी का नाम आकांक्षा कर चुकी है। इसलिए सरकारी भाषा में इन्हें बेरोज़गार युवा की जगह आकांक्षी युवा कहा जा रहा है।'
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बेरोजगारों की संख्या में पुरुष और महिलाओं दोनों की ख़ासी हिस्सेदारी है। एससी कैटेगरी के 2 लाख 58 हजार 117 पुरुष और 2 लाख 11 हजार 357 महिलाओं समेत कुल 4 लाख 69 हजार 474 युवा रजिस्टर्ड हैं। इसी तरह एसटी कैटेगरी में 2 लाख 16 हजार 269 पुरुष और 2 लाख 02 हजार 39 महिलाओं समेत कुल 4 लाख 18 हजार 308 युवा पंजीकृत हैं। ओबीसी कैटेगरी में 5 लाख 73 हजार 170 पुरुष और 4 लाख 72 हजार 936 महिलाओं समेत कुल 10 लाख 46 हजार 106 युवा रजिस्टर्ड हैं।
कमलनाथ ने कहा कि सामान्य वर्ग के रजिस्टर्ड कुल युवाओं की संख्या 6 लाख 34 हजार 433 है। इसमें 3 लाख 44 हजार 440 पुरुष और 2 लाख 89 हजार 993 महिलाएं शामिल हैं। सभी वर्गों को मिलाकर बेरोजगार पुरुष युवाओं की संख्या 13 लाख 91 हजार 996 और युवतियों की संख्या 11 लाख 76 हजार 325 है। प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की इतनी बड़ी संख्या होने के बावजूद सरकार की ओर से जिन नौकरियों के लिए विज्ञापन जारी किए गए उसमें से ज़्यादातर की परीक्षा नहीं हो सकी। पूर्व में हो चुकी परीक्षाओं के परिणाम भी लंबित हैं।
कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि OBC वर्ग के 13 प्रतिशत पद कई वर्ष से होल्ड पर रखे गए हैं। यह सब तथ्य बताते हैं कि भाजपा सरकार की मानसिकता रोज़गार देने की नहीं, बल्कि युवाओं को कोर्ट कचहरी में उलझाकर रखने की है। इन आंकड़ों से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार पूरी तरह युवा विरोधी है और नौकरियां हड़पने में जुटी हुई है। अब समय आ गया है कि मध्य प्रदेश का युवा इस अन्याय के ख़िलाफ़ डटकर खड़ा हो और अपने न्यायोचित अधिकार हासिल करने के लिए संघर्ष करे। कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर युवाओं के साथ है।