मैं जन्म से कांग्रेसी था, आज भी कांग्रेसी हूं और आजीवन कांग्रेसी रहूंगा: अजय सिंह

मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह ने बीजेपी जॉइन करने की खबरों को बताया गलत, बोले- जो लोग ऐसा सोच रहे हैं, वे कल्पनाशील विचार को त्याग दें

Updated: Sep 25, 2021, 12:34 PM IST

Photo Courtesy : Jagran
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भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का पार्टी छोड़ने के कयासों के बीच बड़ा बयान सामने आया है। अजय सिंह राहुल ने कहा है कि मैं जन्म से कांग्रेसी था, आज भी कांग्रेसी हूं और आजीवन कांग्रेसी रहूंगा। सिंह ने मीडिया में चल रही कयासों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, ' मुझे अपने पिता दिवंगत अर्जुन सिंह से सबको एकसाथ लेकर चलने की विरासत मिली है। मेरे पिता खुद को कांग्रेस का सिपाही कहते हैं। मैं उनके विचारों के विपरीत नहीं जाऊंगा। मैं उनकी परंपरा का निर्वहन करूंगा।'

अजय सिंह राहुल ने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा है कि जो लोग ऐसा सोचते हैं कि मैं बीजेपी में चला जाऊंगा, वे अपनी कल्पनाशील विचारों को त्याग दें। सिंह ने कहा, 'लोकतंत्र में वैमनस्य का कोई स्थान नहीं है। सौजन्यता का यह अर्थ कतई नहीं लगाना चाहिए कि मैं कांग्रेस छोड़ रहा हूँ। जो लोग ऐसा सोच रहे हैं कि मैं बीजेपी में जा सकता हूँ, उन सभी से मेरा विनम्र आग्रह है कि वे इस कल्पनाशील विचार को त्याग दें। मेरी प्रतिबद्धता कांग्रेस पार्टी के साथ है।' 

दरअसल, अजय सिंह ने इस हफ्ते गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से दो बार मुलाकात की थी। सिंह सोमवार को नरोत्तम मिश्रा के बंगले पहुंचे थे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट लंबी बातचीत हुई थी। नरोत्तम मिश्रा ने इसे सौजन्य भेंट बताया था। इसके तीन दिन बाद गुरुवार को अजय सिंह के जन्मदिन पर नरोत्तम मिश्रा उनके बंगले पहुंचे थे। इसी के बाद से मीडिया में यह अटकलें लगाई जाने लगी कि अजय सिंह कांग्रेस नेतृत्व से नाराज हैं और वे बीजेपी जॉइन कर सकते हैं।

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राहुल ने आज मीडिया से चर्चा के दौरान यह भी कहा कि यदि मुझे बीजेपी जॉइन करना होता तो मैं नरेंद्र मोदी से मिलने के बजाए नरोत्तम मिश्रा के क्यों मुलाकात करता? उन्होंने कहा कि, 'जब मैं मंत्री था तब बीजेपी के कई विधायक क्षेत्र की समस्याओं के साथ मुझसे मिलने आते थे। मैं उनकी समस्याओं का निराकरण भी करता था। अब वे मंत्री हैं तो मैं भी अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर उनसे मिलता रहता हूं। कई बार एक-दूसरे से  सौजन्य भेंट होती रहती है। लोकतंत्र में विपक्ष कोई दुश्मन नहीं होता है।'