केंद्रीय मंत्री नकवी से मिले कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद, एमपी के मदरसों को मदद रोके जाने का मसला उठाया

आरिफ मसूद ने भोपाल में मुख़्तार अब्बास नकवी से मुलाक़ात के दौरान मध्य प्रदेश में मुसलमानों के मकानों पर हो रही कार्रवाई रोकने की माँग भी की

Updated: Mar 14, 2021, 06:46 AM IST

भोपाल। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से मुलाकात करके मध्य प्रदेश के मदरसों को आर्थिक सहायता रोके जाने का मसला उठाया है। आरिफ मसूद ने नकवी से मिलकर कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले पांच वर्षों से मध्य प्रदेश के मदरसों के लिए फंड रिलीज़ नहीं किए हैं। इस वजह से मदरसे के शिक्षकों को लंबे समय से वेतन नहीं मिल पाया है। अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को वजीफा भी नहीं मिल रहा है।

कांग्रेस विधायक ने शनिवार को भोपाल की यात्रा पर आए नकवी से कहा कि शिवराज सरकार मदरसे के शिक्षकों को वेतन न देने के पीछे केंद्र सरकार द्वारा वेतन का 60 फीसदी हिस्सा न दिए जाने का हवाला दे रही है। आरिफ मसूद ने बीजेपी के मंत्री से जल्द से जल्द इस समस्या को दूर करने की मांग की। विधायक ने मुख्तार अब्बास नकवी से कहा कि मदरसों की हालत को वे बेहतर तरीके से समझते हैं, इसलिए वे जल्द से जल्द इस समस्या को सुलझाने की दिशा में ज़रूरी कदम उठाएं। 

कांग्रेस विधायक ने नकवी से कहा कि केंद्र सरकार की अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं का लाभ देश भर के राज्यों में मिल रहा है। लेकिन मध्य प्रदेश अकेला ऐसा राज्य है, जिसे अल्पसंख्यक मंत्रालय और केंद्र सरकार से फंड नहीं मिल रहा है। कांग्रेस विधायक ने कहा कि मध्य प्रदेश को फंड रिलीज़ करने में जिस तरह आनाकानी की जा रही है, उससे राज्य के बहुत से अल्पसंख्यक आर्थिक तंगहाली के शिकार हो रहे हैं। 

आरिफ मसूद ने मुख्तार अब्बास नकवी के साथ बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश में मुसलमानों के घरों को तोड़े जाने का मसला भी उठाया। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के राज में जिस तरह मुसलमानों के घर तोड़े जा रहे हैं, वह पूरी तरह असंवैधानिक है। मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी शनिवार को भोपाल में आयोजित हुनर हाट का उद्घाटन करने आए थे। इस हुनर हाट में देश भर के कारीगर हिस्सा ले रहे हैं।