वर्ल्ड क्लास रानी कमलापति स्टेशन पर व्यवस्थाएं फिसड्डी, टॉयलेट बदहाल और यात्री परेशान

पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड के तहत पुनर्विकसित किया गया है रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, यात्री ने की शिकायत तो भोपाल डीआरएम ने निजी कंपनी को टैग किया।

Updated: Nov 02, 2022, 04:52 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित हबीबगंज स्टेशन का नाम पिछले साल रानी कमलापति कर दिया गया था। पीएम मोदी इस स्टेशन के पुनः उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। तब उन्होंने दावा किया कि 450 करोड़ की लागत से निर्मित इस रेलवे स्टेशन पर वर्ल्ड क्लास सुविधाएं होंगी। इस महीने उद्घाटन के एक साल पूरे होने वाले हैं। हालांकि, स्थिति आज भी बदतर है। 

हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर बदहाल टॉयलेट से यात्री बेहद परेशान हैं। देवेश गुप्ता नाम के एक यात्री ने मंगलवार को ट्विटर पर इसकी शिकायत की। उन्होंने रेल मंत्री से लेकर आईआरसीटीसी और अन्य आधिकारिक ट्विटर हैंडल्स को टैग कर बताया कि पब्लिक टॉयलेट खराब है। उन्होंने तस्वीर भी शेयर किए।

रेलवे सेवा के आधिकारिक हैंडल ने इस ट्वीट को संज्ञान में लेते हुए कमेंट में भोपाल डीआरएम को टैग किया। चूंकि, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड के तहत पुनर्विकसित किया गया है। ऐसे में भोपाल डीआरएम ने बंसल कंपनी को टैग कर अपना पल्ला झाड़ लिया। बाद में बंसल कंपनी ने कहा कि साफ सफाई के लिए लोगों को भेज दिया गया है। 

बता दें कि रानी कमलापति स्टेशन के प्लेफार्म के दोनों तरफ महिलाओं और पुरुषों के लिए टॉयलेट बनाए गए हैं। इनके पास जाते ही बदबू आने लगती है। यह हालत सभी टॉयलेट्स के हैं। बदबू इतना की आप इन्हें इस्तेमाल नहीं कर सकते। ऐसा नहीं कि गंदगी सिर्फ टॉयलेट में ही रहती है। यहां की सीढ़ियां तक साफ नहीं की जा रहीं हैं।

एक अन्य यात्री ने प्लेटफार्म पर उछल कूद करते हुए बंदर का वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें देखा जा सकता है कि बंदर डस्टबिन से कचरा निकालकर बाहर फैला रहे हैं। यात्रियों ने कहा कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन का इंफ्रास्ट्रक्चर तो री-डेवलपमेंट के बाद एयरपोर्ट जैसा हो गया, लेकिन सुविधाएं आज भी वही है।