MP: सागौन तस्करी के खिलाफ आवाज उठाना पड़ा भारी, आदिवासी युवा अंतराम अवासे को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बुरहानपुर में बड़े स्तर पर हो रही है बेशकीमती सागौन की तस्करी, करीब 500 एकड़ वनभूमि को लकड़ी तस्करों द्वारा काटे जाने की सूचना, विरोध करने पर पुलिस ने JADS कार्यकर्ता को किया गिरफ्तार

Updated: May 02, 2023, 09:17 AM IST

बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले का नेपानगर वन परिक्षेत्र इन दिनों सागौन तस्करों के कब्जे में दिखाई दे रहा है। जिले में पिछले तीन साल से वन माफिया सक्रिय हैं और लगातार हरे-भरे जंगल को बर्बाद कर रहे हैं। वहीं, सागौन तस्करी के खिलाफ आवाज उठाना स्थानीय आदिवासियों को भारी पड़ता दिख रहा है। तस्करी के विरुद्ध लगातार आवाज बुलंद कर रहे आदिवासी युवा अंतराम अवासे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल, जागृत आदिवासी दलित संगठन (JADS) के बैनर तले अंतराम अवासे वन कटाई के विरुद्ध लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने ही जिले में हो रही सागौन तस्करी और इसमें वन विभाग के सांठगांठ का उजागर किया था। वन माफियाओं के लिए वह गले की हड्डी साबित हो रहे थे। पिछले दो महीने में वह कई बार विरोध-प्रदर्शन और कलेक्ट्रेट घेराव कर चुके थे। साथ ही मीडिया के माध्यम से भी वन माफियाओं के काले कारनामों को उजागर कर रहे थे। 

इसी बीच जिला पुलिस ने बुरहानपुर जिले के सिवल गाँव के ग्राम सभा अध्यक्ष एवं वन अधिकार समिति के सचिव, अंतराम अवासे को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बुरहानपुर जिले में गाँव-गाँव में वन अधिकार अधिनियम के बारे में जागरूकता फैलाने में भी अवासे की अग्रिम भूमिका रही है। JADS ने ने बयान जारी कर कहा है कि आवासे की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है। JADS के मुताबिक उन्होंने आदिवासी आंदोलन द्वारा शासन प्रशासन की तस्करी और कटाई में मिलीभगत उजागर किया था, जिसको कवर करने के लिए अब आदिवासी आंदोलन और उसके कार्यकर्ताओं पर दमनकारी कार्रवाई की जा रही है।

जागृत आदिवासी दलित संगठन ने बयान जारी कर कहा है कि बुरहानपुर जिले के आदिवासियों द्वारा कटाई और तस्करी के खिलाफ 5 अप्रैल से लगातार 3 दिन तक जिला कलेक्टर कार्यालय में आंदोलन किया गया था। जिसके बाद ही पुलिस होश में आई और कटाई करने वालों पर कार्रवाई शुरू की। चूंकि, संगठन ने कटाई और तस्करी में शासन प्रशासन की संलिप्तता को उजागर किया, इसीलिए वन कटाई के लिए ज़िम्मेवार सत्ताधारी और आदिवासी विरोधी ताकतों ने अब संगठन कार्यकर्ताओं पर हमला चालू कर दिया है और प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अवासे को गिरफ्तार कर लिया। 

स्थानीय लोगों के मुताबिक बुरहानपुर जिले के असीरगढ़, नेपानगर, खकनार, नावरा, धुलकोट, बुरहानपुर, बोदरली, शाहपुर वन परिक्षेत्र में पिछले पांच वर्ष में दो हजार हेक्टेयर से अधिक जंगल से पेड़ काटकर मैदान बना दिया गया है। आदिवासी युवाओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की वर्तमान में वन मंत्री विजय शाह के करीबियों द्वारा लकड़ी की कटाई की जा रही है और ट्रकों में भरकर उसे दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा है। करीब 500 एकड़ क्षेत्र में फैले सागौन को पिछले एक साल में काटा जा चुका है, जिसकी कीमत अरबों में है।