सीधी बस हादसे में 47 यात्रियों की मौत, बस में कुल 54 यात्री सवार थे

सीधी से सतना की ओर जा रही बस में सवार कुल 54 में से 47 यात्रियों के शव मिले, 7 यात्री सुबह ही बचा लिए गए थे, सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख मुआवज़ा देने का एलान किया

Updated: Feb 16, 2021, 03:26 PM IST

Photo Courtesy: Twitter
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सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी में हुए दर्दनाक हादसे में अब तक 47 शव निकाले जा चुके हैं। आशंका जाहिर की जा रही है कि हादसे में मरने वालों की तादाद अभी और बढ़ सकती है। सात लोगों को बचाकर निकाला जा चुका है, जबकि बस का ड्राइवर तैरकर बच निकला। बाहर आने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। हादसे के वक्त बस में 54 यात्रियों के सवार होने का अनुमान है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दुर्घटना में मरने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की मंजूरी दी।

सीधी से सतना की ओर जा रही यह बस आज सुबह बाणसागर नहर में गिर गई थी। हादसा रामपुर के नैकिन इलाके में सुबह करीब साढ़े सात बजे हुआ। सुबह 11.45 बजे क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाल लिया गया।  अधिकारियों ने मीडिया को बताया है कि 47 शव अब तक निकाले जा चुके हैं। आशंका है कि कुछ शव नहर में बह गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक बाकी यात्रियों के भी बचने की कम ही उम्मीद है। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। 

 

मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक बस जबलानाथ परिहार ट्रैवल्स सिजहटा की है। जिसका नंबर एमपी 19 पी 1883 है। बस का परमिट परिवहन विभाग से 12 मई 2025 तक के लिए जारी किया गया है। सीधी से सतना की ओर जा रही यह बस पटना पुल पर अचानक अनियंत्रित हो गई और सीधे नहर में जा गिरी। पुलिस के मुताबिक बस की क्षमता 32 सवारियों की थी, लेकिन इसमें 54 यात्री भर लिए गए थे। सीधी मार्ग पर छुहिया घाटी से होकर बस को सतना जाना था, लेकिन वहां जाम की वजह से ड्राइवर ने रूट बदल दिया। वह नहर के किनारे से बस ले जा रहा था। यह रास्ता काफी संकरा था और इसी दौरान ड्राइवर ने संतुलन खो दिया। झांसी से रांची की ओर जाने वाला हाईवे सतना, रीवा, सीधी और सिंगरौली होते हुए जाता है। इस रूट पर जगह-जगह सड़क खराब और अधूरी है, जिसके कारण आए दिन जाम की स्थिति रहती है।

हादसे की खबर मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी के कलेक्टर से बात की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी कलेक्टर को बाणसागर डैम से नज़र की ओर आ रहे पानी को रोकने के निर्देश दिए।