झूठ की बुलेट ट्रेन पर सवार हैं सीएम शिवराज, 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की घोषणा पर बोले कमलनाथ

मैं मध्य प्रदेश की बहनों को भरोसा दिलाता हूं कि मैं आपको शिवराज जी की तरह झूठी घोषणाएं नहीं दूंगा। नारी सम्मान के अंतर्गत 500 रुपए में गैस सिलेंडर दूंगा। इसके साथ ही आपको प्रतिमाह 1500 रुपए दिए जाएंगे: कमलनाथ

Updated: Aug 30, 2023, 10:53 AM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सावन के महीने में महिलाओं को 450 रुपए में एलपीजी गैस सिलेंडर देने की घोषणा की थी। हालांकि, यह सिर्फ घोषणा तक ही सीमित रह गई। प्रदेशभर में महिलाएं जब सिलेंडर लेकर एजेंसी पहुंचीं तो उन्हें निराशा हाथ लगी। कई जगह महिलाओं ने प्रदर्शन भी किए और सीएम पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। मामले पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ की बुलेट ट्रेन पर सवार हैं।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'शिवराज जी 2 दिन पहले आपने घोषणा की थी कि मध्य प्रदेश में गैस का सिलेंडर 450 रुपए में मिलेगा। आज आप प्रधानमंत्री को इस बात के लिए धन्यवाद दे रहे हैं कि उन्होंने गैस सिलेंडर पर ₹200 की सब्सिडी की घोषणा की है। अगर यह सब्सिडी सच्ची हुई तो मध्य प्रदेश में गैस का सिलेंडर ₹900 से अधिक में मिलेगा। इस तरह से आपने दो दिन पहले बहनों को 450 रुपए सिलेंडर का सपना दिखाया था और 48 घंटे के अंदर उससे दोगुनी कीमत के 900 रुपए के गैस सिलेंडर का आप स्वागत कर रहे हैं।'

कमलनाथ ने आगे लिखा, 'मध्य प्रदेश के इतिहास में कोई मुख्यमंत्री इतनी तेजी से अपनी जुबान से नहीं पलटा। लेकिन आप तो झूठ की बुलेट ट्रेन पर सवार हैं। मैं मध्य प्रदेश की बहनों को भरोसा दिलाता हूं कि मैं आपको शिवराज जी की तरह झूठी घोषणाएं नहीं दूंगा। नारी सम्मान के अंतर्गत ₹500 में गैस सिलेंडर दूंगा। इसके साथ ही आपको प्रतिमाह 1500 रुपए दिए जाएंगे।' पीसीसी चीफ ने सीएम चौहान को निशाने पर लेते हुए कहा कि, 'प्रदेश की जनता समझ गई है कि जो लोग वादे करने में हेरा-फेरी कर रहे हैं, वह वादे निभाने में धोखा देने से भी बिल्कुल नहीं चूकेंगे। शिवराज जी की झूठ मशीन अब झांसा मशीन भी बन गई है।'

इसके पहले एक अन्य ट्वीट में कमलनाथ ने कहा कि, 'मुख्यमंत्री शिवराज ने महिलाओं को 450 रूपये में गैस सिलेंडर देने की घोषणा तो कर दी लेकिन कहीं भी 450 रूपये में गैस सिलेंडर नहीं मिल रहा है। रक्षाबंधन के त्यौहार पर शिवराज का लाड़ली बहनों से यह छल निंदनीय है। शिवराज जी, सत्ता सेवा के लिये होती है, आपके क्रियाकलापों से लग रहा है कि आप अपनी मेवे की थाली बचाने के लिये हाथ पैर पटक रहे हैं। “धैर्य, मर्यादा और गरिमा बनाये रखिए”