Sajjan Singh Verma: बीजेपी ने करवाई EVM की हैकिंग, हमें भी मिला था ऑफर

कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा का दावा, उपचुनाव से पहले उन्हें भी दो टीमों ने दिया था EVM की हैकिंग से जीत दिलाने का ऑफर

Updated: Nov 15, 2020, 09:20 PM IST

Photo Courtesy: Patrika
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इंदौर। मध्य प्रदेश उपचुनाव में EVM हैकिंग को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। उनका दावा है कि ईवीएम हैक करने का ऑफर उनके पास भी आया था, लेकिन कांग्रेस ने इस तरह के गलत तौर-तरीके आजमाने से इनकार कर दिया, जबकि बीजेपी ने इन्हीं तरीकों को अपनाकर उपचुनाव में जीत हासिल कर ली।

सज्जन सिंह वर्मा ने यह दावा भी किया कि इमरती देवी समेत अपने कुछ उम्मीदवारों को तो बीजेपी ने खुद हरवा दिया, ताकि वह आगे चलकर उनके लिए गले की हड्डी न बन पाएं। वर्मा के मुताबिक उपचुनाव में कांग्रेस के नौ उम्मीदवार भी बीजेपी की इसी अंदरूनी राजनीति के चलते जीत पाए, वरना ईवीएम में धांधली करके  तो वे सारी सीटें भी जीत सकते थे। 

रविवार को उपचुनाव को लेकर सज्जन सिंह वर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया है कि उपचुनाव के पहले कांग्रेस के पास भी ईवीएम टेम्पर करने वाली टीम आई थी। उन्होंने कहा, 'इस चुनाव में हमसे भी ईवीएम के कई जादूगर लोग टकराए थे, लेकिन हमारा सिद्धांत था कि गांधी जी की पार्टी है, हम छल बल और कपट से सत्ता प्राप्त नहीं करेंगे। जो दो-तीन टीम मुझसे टकराई थीं, उन्होंने कहा था कि आप तो हमें ताले में बंद कर देना फिर भी 28 की 28 सीट आपके पक्ष में आएंगे, तब आप हमारा मेहनताना देना। हमने तो नहीं किया लेकिन बीजेपी ने किया।'

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, 'सांवेर से तुलसी सिलावट के रिकार्ड 53 हजार से जीत पर कहा कि सिलावट तो खुद कहते हैं कि मुझे उम्मीद थी कि 5 से 10 हजार के बीच में जीतूंगा। अब 50 हजार से जीत रहे हैं तो यह साफ लग रहा है कि जादूगरी हुई है।' उन्होंने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस के जो 9 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है उन्हें बीजेपी में जिताया। वर्मा ने कहा, 'बीजेपी जिसे हराना चाहती थी, जो उनके लिए सूतक थे, जैसे इमरती देवी और ऐंदल सिंह कंसाना ये कहीं ना कहीं गले की हड्डी बनते, ऐसे सभी लोगों को बीजेपी ने निपटाया है और टारगेट के तहत पूर्ण बहुमत लेकर सरकार में बैठ गए हैं।'

मध्य प्रदेश की जनता कलंक धोना चाहती थी

वर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश में जिस तरह से भ्रष्टाचार हुआ और मनुष्यों की मंडी लगी वह एक कलंक है और मध्य प्रदेश की जनता इस कलंक को धोना चाहती थी। उन्होंने कहा, 'मैं खुद सभी विधानसभा क्षेत्रों में गया और वहां जाकर मुझे पता चला कि हम 28 सीटें जीत रहे हैं। जनता कांग्रेस के साथ खड़ी थी और हमारे पक्ष में एकतरफा माहौल था। हम सभी सीटों पर जीत को लेकर आश्वस्त थे लेकिन ईवीएम मशीन की जादूगरी से हम पार नहीं पा सके।'

बता दें कि मध्यप्रदेश चुनाव से पहले और चुनाव नतीजों के बाद लगातार ईवीएम पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कई बार ईवीएम से चुनाव कराने की ज़िद पर सवाल खड़े किए हैं। चुनाव नतीजों के दिन भी उन्होंने कहा था कि ईवीएम की सेलेक्टिव टेम्परिंग की जाती है। वह लगातार इस बात को लेकर भी मुखर रहे हैं कि आखिर जर्मनी, अमेरिका जैसे विकसित देशों में ईवीएम का उपयोग क्यों नहीं होता। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी कह चुके हैं कि यह EVM नहीं, बल्कि MVM यानी मोदी वोटिंग मशीन है। बहरहाल, सज्जन सिंह वर्मा के ताज़ा आरोपों ने एक बार फिर से ईवीएम की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।