उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने से तबाही, कई घर मलबे में तब्दील, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बादल फटने से कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। मलबे से 2 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।

चमोली। उत्तराखंड में बादल फटने की घटनाएं नहीं थम रही। 17 सितंबर की रात में यहां बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इसमें 7 घर पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गए। वहीं 7 लोग लापता भी हैं। इससे पहले मंगलवार को भी बादल फटने की घटना सामने आई थी। बादल फटने से कई सड़कों को नुकसान पहुंचा है।
16 सितंबर को बादल फटने से देहरादून से मसूरी जाने वाले 35 किमी मार्ग प्रभावित हुए थे। वहीं बुधवार रात बादल फटने से चमोली जिले के नंदा नगर घाट इलाकों के कई घरों में पानी और मलबा घुस गया। साथ ही कई रास्तों का संपर्क टूट गया है। मलबे से 2 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। इलाके में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और लोक निर्माण विभाग की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
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नंदा नगर के कुंतरी और धुर्मा गांव में भारी नुकसान हुआ है। बादल फटने से कुंतरी गांव में 6 घर क्षतिग्रस्त हो गए और 7 लोग लापता हैं। दूसरी ओर धुर्मा गांव में 5 घर मलबे में बदल गए, साथ ही 2 लोग लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है। यहां मोक्ष नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है।
मौसम विभाग ने पहले ही उत्तराखंड के चमोली में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। आने वाले दिनों के लिए भी विभाग ने चमोली में अधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।