बेरोज़गारी कम होने के दावे पर कांग्रेस का सवाल, विधानसभा में दिया जवाब ग़लत था या वर्तमान सर्वे
पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे के सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश में युवा बेरोजगारी दर सबसे कम है। यह आंकड़ा एक फीसदी से भी कम है। जबकि राज्य में 25 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं।
भोपाल। केंद्र सरकार के आंकड़े के अनुसार मध्य प्रदेश में बेरोजगारी दर एक फीसदी से भी कम है। PLFS (पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे) के आंकड़ों में दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश में 1 फीसदी से भी कम युवा बेरोजगार हैं। जबकि खुद मध्य प्रदेश सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया है कि राज्य 25 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड युवा बेरोजगार हैं।
मध्य प्रदेश के युवाओं में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। रोजगार की मांग को लेकर समय समय पर प्रदेश के युवा प्रदर्शन करते रहे हैं। लेकिन पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे के आंकड़ों ने सभी को चौंका दिया। PLFS के मुताबिक मध्य प्रदेश में 0.9 फीसदी युवा ही बेरोजगार हैं। जबकि हाल ही में कांग्रेस विधायक बालाबच्चन के एक सवाल के जवाब में सरकार ने विधानसभा में बताया कि प्रदेश में 25 लाख 82 हजार युवा रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं।
अब सवाल ये है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए आंकड़े झूठे हैं या फिर केंद्र सरकार की ओर से कराया गया सर्वे झूठा है। विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इसे लेकर सवाल खड़े किए हैं।
कांग्रेस ने बेरोजगारी को लेकर विधानसभा में दिए गए राज्य सरकार का जवाब सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, 'मप्र में बेरोजगारी के आकड़ों को लेकर आखिर झूठा कौन?
1. केंद्र सरकार द्वारा 24 सितंबर 2024 को जारी हुए "आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण" के आँकड़ों के आधार पर मप्र में 1% से भी कम बेरोजगार बताएं जा रहे है.
2. मध्यप्रदेश सरकार ने 21 जुलाई 2024 को मप्र विधानसभा में कांग्रेस विधायक श्री बाला बच्चन जी के सवाल के जवाब में 25 लाख 82 हजार 759 बेरोजगारों की संख्या को कबूला है.
प्रदेश का युवा जानना चाहता है कि CM मोहन यादव ने आखिर कौन सी जादू की छड़ी घुमाई की भोपाल का आँकड़ा दिल्ली जाते जाते सूक्ष्म रह गया या प्रदेश को सर्वे के माध्यम से भ्रमित किया जा रहा है?'