विक्रमादित्‍य वैदिक घड़ी के सर्वर पर साइबर अटैक, हाल ही में पीएम मोदी ने किया था वर्चुअल लोकार्पण

वैदिक घड़ी को बनाने वाले आरोह श्रीवास्तव के मुताबिक घड़ी का डिस्प्ले ठीक है, लेकिन नया यूजर ऐप को नहीं देख पाएगा। भविष्य में ऐसा ना हो, इसके लिए और प्रोग्रामिंग की जाएगी। पूरी तरह ठीक होने में एक महीना लग सकता है।

Updated: Mar 09, 2024, 09:23 AM IST

उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन के जंतर-मंतर में स्थापित जिस विक्रमादित्‍य वैदिक घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया था, उस पर साइबर अटैक हो गया है। 8 मार्च को इसका ‘विक्रमादित्य वैदिक घड़ी’ नाम से मोबाइल ऐप लांच होना था, लेकिन उससे पहले ही साइबर अटैक हो गया है। साइबर अटैक से विक्रमादित्‍य वैदिक घड़ी के सर्वर की प्रोसेस धीमी हो गई है और आम लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।

वैदिक घड़ी को बनाने वाले आरोह श्रीवास्तव के मुताबिक इस हमले को तकनीकी भाषा में डिस्ट्यूबेटर डिनाइल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) अटैक कहा जाता है। साइबर अटैकर्स ने वेबसाइट https://Vedicstandardtime.com पर लाखों बॉट्स छोड़े हैं। ये अटैक गुरुवार को हुआ था। हालांकि रात 12 बजे तक कुछ हद तक रिकवर कर लिया गया है। घड़ी का डिस्प्ले ठीक है, लेकिन नया यूजर ऐप को नहीं देख पाएगा। भविष्य में ऐसा ना हो, इसके लिए और प्रोग्रामिंग की जाएगी। पूरी तरह ठीक होने में एक महीना लग सकता है।

1 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया था। हालांकि, एक हफ्ते में ही यह साइबर हमलावरों की जद में आ गया। दावा है कि यह दुनिया की पहली ऐसी डिजिटल वॉच है, जो इंडियन स्टैंडर्ड टाइम (IST) और ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) बताती है। इसके साथ ही पंचांग और 30 मुहूर्त की भी जानकारी देती है। सूर्योदय-सूर्यास्त से लेकर सूर्य और चंद्र ग्रहण कब होगा? यह भी बताती है।

उज्जैन में जंतर-मंतर पर 85 फीट ऊंचे टॉवर पर इसे लगाया गया है। आप इसे मोबाइल पर इंस्टॉल कर यूज कर सकते हैं। आरोह के अनुसार इंटरनेट और जीपीएस से जुड़ी होने के कारण दुनिया में कहीं भी इसका उपयोग किया जा सकता है। इसे मोबाइल और टीवी पर भी सेट किया जा सकता है।

वैदिक घड़ी में वैदिक समय, IST, GMT के साथ भारतीय काल गणना विक्रम संवत् की जानकारी मिल सकती है। विक्रम संवत् पंचांग (भारतीय प्राचीन कैलेंडर) शामिल रहेगा। सूर्योदय से सूर्यास्त के साथ ग्रह, योग, भद्रा, चंद्र स्थिति, नक्षत्र, चौघड़िया, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण की जानकारी देता है। अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त, अमृत काल और मौसम से जुड़ी सभी जानकारी मिलती है।