उज्जैनः 10 दिन से गायब युवक की बोरे में बंद मिली लाश, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में 10 दिन पहले गायब हुए युवक की बोरे में बंद लाश मिली है। परिजनों ने लेन-देन के चलते हत्या का आरोप लगाया है। फिलहाल, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। 

Updated: Aug 16, 2023, 04:33 PM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां  एक 10 दिनो से लापता युवक की लाश एक बंद बोरे में मिली है। परिजनों ने लेन-देन के चलते हत्या का आरोप लगाया है। फिलहाल, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। 

जानकारी अनुसार मामला राघवी थाना क्षेत्र में मंगलवार की शाम का बताया जा रहा है। यहीं शाम को स्थानीय लोगों ने बोरे में बंद एक लाश देखी जो की पूरी तरह सड़ चुकी थी। सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और और लाश को जिला अस्पताल भिजवाकर मृतक की शिनाख्त शुरू की गई, जिसकी शिनाख्त खेड़ाखजुरिया निवासी नरेंद्र पिता मुरलीसिंह के रूप मे हुई है।

मृतक के भाई महिपाल ने बताया कि 6 अगस्त 2023 की शाम से ही नरेंद्र लापता था जिसकी गुमशुदगी चिमनगंज थाने में दर्ज कराई गई थी। दरअसल नरेंद्र के पिता का आरडी गार्डी अस्पताल में बीमारी का इलाज चल रहा है। और मृतक नरेंद्र अपने पिता की देखरेख के लिए अस्पताल में था।

महिपाल ने आगे बताया कि अगस्त को उसे ग्राम ढाबली निवासी सुनील परमार और खेड़ाखजुरिया निवासी बलराम का फोन आया, जिन्होंने नरेंद्र को डेढ़ लाख रुपए वापस देने के लिए बुलाया था। जिनसे मिलने के लिए ही नरेंद्र गांव की ओर गया था। लेकिन इसके बाद पिछले 10 दिनों से वह वापस नहीं लौटा। परिजन नरेंद्र की तलाश कर ही रहे थे कि तभी उन्हें ग्राम महुड़ी में अंतर सिंह आंजना के खेत पर बोरे मे बंद लाश की जानकारी मिली। जब इस बोरे को खोला गया तो मृतक के कपड़े देखकर महिपाल ने उसकी पहचान भाई नरेंद्र के रूप में की।

मृतक नरेंद्र के परिवार ने आरोप लगाया है कि दोनों संदेहियों ने ही नरेंद्र की हत्या की है। फिलहाल राघवी थाना पुलिस ने सुनील और बलराम को हिरासत में ले लिया है, और उनसे पूछताछ की जा रही है। मृतक महिदपुर में ढाबे पर काम करता था। उसकी 3 साल और डेढ़ साल की दो बेटियां हैं।