चुनाव से पहले एमपी में कर्मचारियों का प्रदर्शन, समय पर वेतन न मिलने से है नाराज

कर्मचारियों को तीन साल से समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। कई जिलों के कर्मचारी तो ऐसे भी हैं कि जिनकों दो से तीन माह में सैलरी नहीं मिली है। 

Publish: Jul 26, 2023, 07:34 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले अब नगर पालिका कर्मचारी संघ कर्मचारी वेतन और पुरानी पेंशन समेत कई मुद्दों के लेकर सड़क पर उतर गया है। कर्मचारी समय पर वेतन नहीं मिलने से वे नाराज हैं। उनकी मांग है कि सरकार समय पर कर्मचारियों को वेतन दे साथ ही पुरानी पेंशन को भी बहाल करे, अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो 1 अगस्त को बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। 

मध्यप्रदेश नगर निगम, नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सोलंकी का कहना है कि मध्य प्रदेश में कुल 413 नगरीय निकाय है। जहां के कर्मचारियों को तीन साल से समय पर वेतन नहीं मिला है। चंदेरी, रायसेन, धामनोद समेत कई निकाय तो ऐसे हैं, जहां के कर्मचारियों को दो से तीन माह में सैलरी नहीं मिल रही है। सरकार ने आय के स्रोत को ही खत्म कर दिया है, वहीं, राशि भी नहीं दी जा रही है। इस कारण कर्मचारियों को वेतन के लाले पड़ रहे हैं। 

दूसरी ओर उनका कहना है कि 1 सितंबर 2016 तक के कर्मचारियों को विनियमित किया जा चुका है, लेकिन नगरीय निकाय के कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया है। पांच साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने आदेश जारी नहीं किए है। समयमान-वेतनमान, पुरानी पेंशन का मुद्दा भी है। इसके चलते अब आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है।

उनकी मांग है कि 1 सितंबर 2016 तक के सभी संवर्गों के दैनिक वेतन भोगियों का नियमितिकरण (स्थायीकर्मी) किया जाए, पुरानी पेंशन बहाल की जाए। निकायों में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर पूर्व से कार्यरत (स्थायीकर्मी) विनियमित अथवा दैनिक वेतनभोगियों को नियमित किया जाए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती तो 1 अगस्त को संचनालय के बाहर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।