सीहोर में वंदे भारत ट्रेन का स्टॉपेज नहीं मिलने से लोगों में नाराजगी, कांग्रेस बोली- यह ट्रेन सिर्फ अमीरों के लिए

सीहोर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बलवीर तोमर ने कहा कि सीहोर रेलवे स्टेशन पर कोई भी प्रमुख ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं है, स्थानीय लोगों की मांग के बावजूद वंदे भारत ट्रेन का भी यहां स्टॉपेज नहीं दिया गया है।

Updated: Jun 28, 2023, 11:48 AM IST

सीहोर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल में दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वंदे भारत ट्रेनें देखने में आकर्षक होने के बावजूद, आम लोगों को आकर्षित नहीं कर पा रही है। वजह है इसका किराया। अन्य ट्रेनों के मुकाबले समय भी लगभग बराबर लगने के बावजूद इस ट्रेन का किराया दोगुना से भी ज्यादा है।

भोपाल इंदौर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को लेकर एक दुर्भाग्य जनक पहलु यह है कि इस ट्रेन का सीहोर स्टेशन पर स्टॉपेज नहीं दिया गया है। सीएम चौहान के गृहजिले सीहोर में स्टॉपेज नहीं मिलने को लेकर लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है। सीहोर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बलवीर तोमर का कहना है कि सीएम का गृहजिला होने के बावजूद सीहोर उपेक्षा का शिकार होता रहा है।

बलवीर तोमर के मुताबिक सीहोर में किसी भी प्रमुख ट्रेन का स्टॉपेज नहीं है। सीहोर के लोग कई वर्षों से एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग कर रहे हैं। लेकिन सत्ताधारी दल सीहोरवासियों पर ध्यान नहीं दे रही है। भाजपा के लोग सीहोर में वंदे भारत ट्रेन का स्टॉपेज दिलाने में भी नाकामयाब रहे। जिले के सभी भाजपा के नेता ट्रेन के साथ फोटो खिंचाने के लिए भोपाल गए थे।

वहीं, नर्मदापुरम में स्टॉपेज नहीं मिलने को लेकर स्थानीय कांग्रेस नेता राजकुमार केलू उपाध्याय ने कहा कि यह ट्रेन वैसे भी आम लोगों के लिए नहीं है। यह ट्रेन सिर्फ अमीरों के लिए चलाई जा रही है। वंदे भारत ट्रेन का भोपाल से जबलपुर तक का किराया 1000 से लेकर 1800 रुपए तक है। भोपाल से इंदौर का किराया 1600 से लेकर 900 रुपए तक है। ऐसे में आम लोग इस ट्रेन से कैसे सफर कर सकेंगे, जब एक तिहाई खर्चे में अन्य साधनों से यात्रा पूरा किया जा सकता है।