सरकार का दावा, ऊर्जा मंत्री के खंभा चढ़ने से बीस फीसदी तक कम हो गईं शिकायतें

प्रद्युम्न सिंह तोमर के बिजली के खंभे पर चढ़ने से पहले रोजाना 15 हजार शिकायतें आती थीं जो कि अब प्रतिदिन के लिहाज से 12 हजार से कुछ अधिक रह गई हैं

Publish: Jul 04, 2021, 05:51 AM IST

भोपाल। भले ही कैबिनेट बैठक में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को यह कहकर फटकार लगाई हो कि सिर्फ बिजली के खंभों पर चढ़ने से कुछ नहीं होता लेकिन सरकारी दावे के मुताबिक ऊर्जा मंत्री के खंभे पर चढ़ने का असर हुआ है। हिंदी के एक प्रमुख अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में सरकारी दावों के हवाले से बताया है कि प्रद्युम्न सिंह के बिजली के खंभों पर चढ़ने के बाद प्रदेश भर में 20 फीसदी तक शिकायतें कम हो गई हैं। 

रिपोर्ट के मुताबिक पहले प्रदेश भर में प्रतिदिन बिजली से जुड़ी 15,725 शिकायतें आती थीं। लेकिन जबसे ऊर्जा मंत्री खंभे पर चढ़े हैं, तब से प्रतिदिन बिजली की 12 हजार 496 शिकायतें ही आती हैं। आंकड़ों के मुताबिक बिजली की शिकायतों में अब 3228 शिकायतों में कमी आई है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अगर इसी प्रकार शिकायतों में कमी आती रही तो तीन महीने के भीतर शिकायतें शून्य हो जाएंगी। 

सबसे अधिक शिकायतें मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की आई हैं। राजधानी भोपाल को भी यही कंपनी बिजली सप्लाई करती है। अहम बात यह है कि सबसे ज्यादा शिकायतों का निराकरण यही कंपनी कर रही है, लेकिन उतनी ही तेजी के साथ इस कंपनी की शिकायत आ रही है। 

बीते 18 जून को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बिजली के खंभे पर चढ़ गए थे। ग्वालियर में बिजली कार्यालय से बाहर निकलने के थोड़ी ही दूर बाद ऊर्जा मंत्री को ट्रांसफार्मर पर झाड़ियां दिखाई दी। जिसे प्रद्युम्न सिंह तोमर ने खुद चढ़कर हटाया। दावा है कि मंत्री के इस कदम के कारण ही बिजली की शिकायतों में कमी आई है।