शिवराज के सीहोर में अनशन पर अन्नदाता, फसल बीमा का लाभ नहीं मिलने से हुए परेशान

मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर में कलेक्ट्रेट पर किसानों का प्रदर्शन, फसल बीमा राशि नहीं मिलने से हैं नाराज, बैंक की गलती से नहीं मिली फसल बीमा की राशि

Updated: Dec 30, 2020, 12:54 AM IST

सीहोर। खुद को किसान का बेटा और किसानों का हितैषी कहने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में अन्नदाता को अनशन करना पड़ रहा है। सीहोर जिले के निपानिया में किसानों को फसल बीमा की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। जिसके विरोध में किसानों को सीहोर कलेक्ट्रेट का घेराव करना पड़ा। सैकड़ों किसानों ने कलेक्ट्रेट ऑफिस के सामने धरना दिया। किसानों की शिकायत है कि उनके दुख-दर्द, उनकी तकलीफ की सुध लेने वाला कोई नहीं है।

किसानों का आरोप है कि फसल बीमा का प्रीमियम भरने के बावजूद उन्हें फसल बीमा की रकम नहीं मिल रही है।किसानों के मुताबिक वे कलेक्टर और कृषि कल्याण विभाग से इसकी शिकायत भी कर चुके हैं। फिर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

प्रदर्शन करने वाले किसान जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा मंडी सीहोर के खाता धारक हैं। उनका आरोप कि साल 2019 में खरीफ सीजन के लिए फसल बीमा के प्रीमियम की रकम उनके बैंक खातों से नियमानुसार काटी गई थी। लेकिन फसलों को नुकसान होने के बाद किसानों को बीमे की रकम नहीं मिली है। किसानों का आरोप है कि वे सोसायटी के लगातार चक्कर लगाने को मजबूर हैं। बैंक अधिकारी भी लगातार आश्वासन दे रहे हैं कि जल्द ही बीमा राशि का भुगतान होगा, लेकिन अब तक उन्हें अपनी रकम मिली नहीं है।

किसानों के मुताबिक उनसे यह भी कहा जा रहा है बैंक कर्मचारियों द्वारा यूटीआर नंबर नहीं दिए जाने की वजह से बीमा कंपनियों को प्रीमियम की राशि नहीं दिख पा रही है। किसानों में इस बात को लेकर रोष है। उन्होंने बैंक के महाप्रबंधक से भी इसकी शिकायत भी की है। किसानों का कहना है कि अगर गलती बैंक कर्मचारियों की है, तो सज़ा किसानों को क्यों दी जा रही है। यही वजह है कि अब किसान कलेक्टर से शिकायत करके न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।