नौतपा का चौथा दिन, भीषण गर्मी की चपेट में मध्य प्रदेश, गर्मी से बढ़े ब्रेन स्ट्रोक के मामले
भीषण गर्मी का असर लोगों की सेहत पर भी देखा जा रहा है। आमतौर पर ठंड में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ते हैं। मगर पिछले 10 दिनों से गर्मी के बढ़ने से ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़े हैं।

भोपाल। मध्य प्रदेश में नौतपा में भीषण गर्मी पड़ रही है। नौतपा के चौथे दिन मंगलवार को सुबह से ही सूरज के तीखे तेवर हैं। भोपाल में सुबह साढ़े 8 बजे पारा 33 डिग्री के पार रहा। दोपहर 12 बजे टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी हुई है और यह 41 डिग्री के पार पहुंच गया। मौसम विभाग ने आज लू का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
नौतपा के शुरुआती 3 दिनों में भोपाल जमकर तपा है। 40 साल में दूसरी बार भोपाल सबसे हॉट रहा है, जबकि रातें भी गर्म हैं। गर्मी का ओवरऑल रिकॉर्ड 21 मई 2016 के नाम है। पहली बार टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 46.7 डिग्री पहुंचा था, जबकि दूसरी बार बीते रविवार को 45.4 डिग्री रहा। लांकि, रविवार की तुलना में सोमवार को पारा 44.8 डिग्री पर ठहर गया, लेकिन देर रात तक गर्म हवाएं चलती रही।
राजधानी भोपाल में भीषण गर्मी का असर लोगों की सेहत पर भी देखा जा रहा है। आमतौर पर ठंड में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ते हैं। मगर पिछले 10 दिनों से गर्मी के बढ़ने से ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़े हैं। पिछले दो दिन अलग-अलग अस्पतालों में 18 से 20 मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक के मरीज आए हैं। डॉक्टरों के अनुसार गर्मी के कारण आने वाले ब्रेन स्ट्रोक को सेरेब्रेल वीनस थ्रोम्बोसिस (सीवीटी) कहते हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि इसका संपूर्ण इलाज संभव है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में राजस्थान और गुजरात भीषण गर्मी की चपेट में हैं। वहां से लगातार आ रही गर्म हवाओं के कारण पूरे मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। मंगलवार को भी प्रदेश के 10 से अधिक शहरों में लू चलने की संभावना है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के कारण अब हवाओं का रुख पूर्वी होने लगा है। इस वजह से बुधवार से तापमान में मामूली गिरावट का सिलसिला शुरू होने की भी उम्मीद है। राजधानी भोपाल में सुबह से ही 20 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।