Bhopal: हद है, अब कोरोना टीके के नाम पर ठगी की कोशिश, पुलिस ने कहा सतर्क रहे जनता

कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी से बचने के लिए साइबर पुलिस ने जारी किया अलर्ट, अपनी निजी जानकारी किसी से शेयर नहीं करने की दी सलाह

Updated: Dec 27, 2020, 12:46 PM IST

Photo courtesy: CSO ONLINE
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भोपाल। कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी की शिकायतों के चलते पुलिस ने अलर्ट जारी किया है। पुलिस ने साफ किया है कि कोरोना वैक्सीन से जुड़ा कोई आनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में लोगों को साइबर ठगों से सतर्क रहने की सलाह दी है। पुलिस का कहना है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से अपनी कोई पर्सनल जानकारी शेयर ना करें।  बैंक खाता नंबर, एटीएम कार्ड, आधार नंबर और पैन कार्ड नंबर किसी को ना  बताएं। रजिस्टर्ज मोबाइल नंबर पर आय़ा कोई ओटीपी कतई किसी से शेयर ना करें।

कोविड वैक्सीन से जुड़ी एप्लीकेशन को अपने मोबाइल में डाउनलोड ना करें।  पुलिस ने जनता को फर्जी वेबसाइट, फर्जी फोन काल से सतर्क रहने की सलाह दी है। भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने एक नंबर जारी किया है, जिनपर इस तरह की ठगी की शिकायतें दर्ज करवाई जा सकती हैं।  ये हेल्पलाइन नंबर हैं-755 2920664 और 7049106300  

 
दरअसल भोपाल में कोरोना वैक्सीन के नाम पर ठगी का मामला सामने आय़ा है। यहां एक स्टूडेंट के पास किसी ठग ने फोनकर उससे उसकी पूरी जानकारी ले ली और रजिस्ट्रेशन करवाने का झांसा दिया। छात्र से पांच सौ रुपए की मांग की गई। शुक्र है कि छात्र की समझदारी से वह साइबर ठग के झांसे में आने से बच गया। आरोपी स्टूडेंट का मोबाइल फोन और बैंक एकाउंट हैक करने की फिराक में था।

एक युवती ने  छात्र को फोन करके कहा कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग से बोल रही है। कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है, आप 500 रुपए आनलाइन ट्रांसफर करके अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। साथ ही उसने एक ओटीपी शेयर करने को कहा। जिसके बाद छात्र ने तत्परता दिखाते हुए उससे कोई जानकारी शेयर नहीं की और  फोन काट दिया। और मामले की शिकायत पुलिस से की। 
ये साइबर ठग युवतियों की मदद से शातिराना अंदाज में लोगों को फंसाने  का काम करवा रहे हैं। वे यहां तक कहते हैं कि अगर आपने अभी रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया तो आपको वैक्सीन नहीं मिल पाएगी। ऐसी बातें सुनकर लोग उनके झांसे में आ जाते हैं। और अपनी सारी जानकारी देने को तैयार हो जाते हैं। ये शातिर ठग लोगों से उनकी पर्सनल जानकारी आधार कार्ड का नंबर और उसका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ओटीपी मांगते हैं। और लोगों का फोन हैक करने की कोशिश करते हैं।

कोरोना का कहर बता कर ये साइबर ठग अपनी बातों में लोगों को इतना उलझा लेते हैं कि लोग उनकी लच्छेदार बातों के झांसे में आ जाते हैं, और अपनी निजी जानकारी उनसे शेयर कर देते हैं। अब पुलिस ने लोगों को ऐसे लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी है।  सोशल मीडिया पर भी लोगों को ऐसे किसी व्यक्ति के झांसे में नहीं आने की सलाह दी जा रही है।  

कैसे जाल में फंसाती हैं साइबर ठगी से जुड़ी युवतियां

हैलो सर...मैं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ....बात कर रही हूं, सर इनदिनों कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है, अगर आप अपना नबंर अभी रजिस्टर करवाते हैं तो आप कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे। क्योंकि वैक्सीन केवल रजिस्ट्रेशन करवाने पर ही लगेगी, अगर आप अभी रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते तो आपको वैक्सीन के लिए लंबा इतंजार करना पड़ सकता है। वैसे भी अभी कोरोना वैक्सीन की शार्टेज है सर

पहली किस्त में 500 रुपए आनलाइन की मांग
युवती कहती है कि सर... आपको इसके लिए केवल 500 रुपए जमा करने पड़ेंगे, बाकी पैसे आप कोरोना वैक्सीन लगवाते वक्त जमा करना होगा। इस रजिस्ट्रेशन के लिए केवल आपको अपनी नंबर रजिस्टर्ड करवाना पड़ेगा। यह रजिस्ट्रेशन आपके आधार नंबर और मोबाइल पर आए ओटीपी से हो जाएगा।...

जीहां कुछ ऐसे ही फोन काल्स इनदिनों लोगों को आ रहे हैं, लेकिन इनसे सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि सरकार कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए  किसी तरह का आनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवा रही है। दवा आने से पहले कुछ साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं, लोगों को कोरोना दवा का शार्टेज दिखाकर डरा रहे हैं और वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर लूटने की कोशिश कर रह हैं। अब पुलिस लोगों से ऐसे लोगों से बचने की सलाह दे रही है।