भगवान करे कोई नैरेटिव के चक्कर में न फंस जाए, इस चक्रव्यूह से निकलना बड़ा मुश्किल है: पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भगवान करे कोई नैरेटिव के चक्कर में न फंस जाए, इस चक्रव्यूह में कोई फंस गया तो निकलना बड़ा मुश्किल है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं अपना उदाहरण नहीं दे रहा हूं।

Updated: Nov 22, 2025, 10:03 AM IST

भोपाल। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफे का बाद पहली बार सार्वजनिक मंच से बयान आया है। चार महीने पहले उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने वाले जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित किया। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनमोहन वैद्य की पुस्तक ‘हम और यह विश्व’ के विमोचन कार्यक्रम में शामिल होने भोपाल पहुंचे थे। इस दौरान मंच से उनका दर्द छलक पड़ा।

पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भोपाल के रवींद्र भवन में कहा कि भगवान करे कोई नैरेटिव के चक्कर में न फंसे। इस चक्रव्यूह में कोई फंस गया तो निकलना बड़ा मुश्किल है। उनके इतना कहते ही वहां तालियां बज उठीं। इसपर उन्होंने कहा कि मैं अपना उदाहरण नहीं दे रहा हूं। उन्होंने आगे कहा कि जो समझना नहीं चाहते, हर हाल में बात को धूमिल करेंगे। जो जागकर भी सोया हो, उसे जगा नहीं सकते। बल प्रयोग भले कर लो। 

धनखड़ ने कहा कि कुछ लोगों ने बड़ा हाहाकार कर दिया है। खुद को चुनौतियों के बीच मजबूत रखो। देशभक्ति बहुत जरूरी है। देश के प्रति अपने भाव समझो और वो करो जो देशहित में हो। देश के प्रति आपके कर्तव्य हैं, उन्हें पूरा करो। यह भी देशभक्ति है। बिना किसी बात को समझे, किसी दौड़ में शामिल मत हो। बात को समझो, देखो। अपनी जड़ों को मत छोड़ो, अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहो। अपने दिमाग के टॉनिक के लिए हमेशा अध्ययन करो। समझो, अच्छी चीज समझो। समाज की सुदृढता के लिए प्रयासरत रहो।

कार्यक्रम के अंत में जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा क्यों दिया, तो उन्होंने हाथ जोड़ लिए, गाड़ी में बैठे और बिना कुछ बोले चले गए।यह उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद उनका पहला बड़ा सार्वजनिक संबोधन था। इससे पहले उनके स्वागत को लेकर भी सियासी सरगर्मियां तेज रही। दरअसल, धनखड़ के भोपाल आगमन पर बीजेपी का कोई बड़ा नेता या मंत्री उन्हें रिसीव करने एयरपोर्ट नहीं पहुंचा था। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसे VIP प्रोटोकॉल का उल्लंघन करार देते हुए कहा कि भाजपा पर "यूज एंड थ्रो" करने का आरोप लगाया।