ग्वालियर में अफ़ीम की अवैध खेती पर चला बुलडोज़र, पूर्व डीजीपी के रिश्तेदार का आया नाम

ग्वालियर में प्रशासन ने करीब तीन करोड़ की अफीम की अवैध फसल नष्ट की, पूर्व डीजीपी के साले सुनील गांधी ने इस मामले में नाम आने पर किया आरोपों का खंडन, कहा, मैं पहले ही बेच चुका हूँ ज़मीन

Updated: Feb 21, 2021, 09:11 AM IST

Photo Courtesy: Raj Express.com
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ग्वालियर। ग्वालियर के डोंगरपुर मोजे में प्रशासन ने अफीम की अवैध खेती का पता चलने के बाद करोड़ों की अफीम की फसल नष्ट की है। प्रशासन ने करीबन 6 बीघा (1.06 हेक्टेयर) ज़मीन पर खड़ी अफीम की फसल को नष्ट कर दिया है। प्रशासन ने मौके से पूरन कुशवाह नामक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया है। इस मामले में प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुरेंद्र सिंह के साले और बिल्डर सुनील गांधी का नाम भी सामने आ रहा है। लेकिन सुनील गांधी ने अपने ऊपर लग रहे तमाम आरोपों को निराधार बताया है। 

शनिवार दोपहर करीबन तीन बजे अफीम की खेती की सूचना मिलने पर ज़िला प्रशासन और नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम मौके पर पहुंची थी। दबिश डालने आई वाली टीम ने देखा कि बड़े स्तर पर अफीम की खेती की गई है, पौधों में फूल तक आ गए थे। धड़ल्ले से हो रही अफीम की खेती देखकर प्रशासन अवाक रह गया। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जेसीबी से करीबन 3 करोड़ की अफीम की फसल को खत्म कर दिया है।

पुलिस ने इस पूरे मामले पर पूरण सिंह कुशवाह को मौके से गिरफ्तार किया है, पुलिस फिलहाल उससे पूछताछ कर रही है। पूरण सिंह ने दो लोगों का नाम लिया है। जिस ज़मीन पर अफीम की खेती हो रही थी वो दो लोगों के नाम पर है। पहली इंटेग्रेटेड डॉट कॉम प्राइवेट लिमिटेड के नाम है। इस फर्म की मालकिन जानकी झंवर है। लेकिन इस पूरे मामले में दूसरा नाम बेहद चौंकाने वाला है। इस मामले में दूसरा नाम सुनील गांधी का सामने आ रहा है, जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पसंदीदा अफसर समझे जाने वाले पूर्व डीजीपी सुरेंद्र सिंह के साले हैं। हालांकि सुनील गांधी ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। सुनील गांधी ने एक स्थानीय वेब पोर्टल को बताया है कि जिस ज़मीन पर उनका मालिकाना हक होने का दावा किया जा रहा है, उसे वे काफी पहले ही किसी अन्य व्यक्ति को बेच चुके हैं। सुनील ने कहा है कि इस पूरे प्रकरण से उनका कोई लेना देना नहीं है।