मोदी सरकार यदि MP के हिस्से का कोयला नहीं देती है तो कोयला यात्रा निकालेंगे: अरुण यादव की चेतावनी

अरुण यादव ने कहा है कि कोयला आयात करके सरकार ने बिजली महंगी करने का प्लान बना लिया है, हम मध्य प्रदेश का हक लड़कर लेंगे, शिवराज भी दें साथ

Updated: Jun 04, 2022, 10:04 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोयले का संकट एक बार फिर गहराने लगा है। राज्य सरकार विदेशों से कोयला आयात करने की तैयारी में है, जबकि केंद्र सरकार ने प्रदेश के हिस्सा का कोयला नहीं दिया है। कोयला संकट के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता अरुण यादव ने कोयला यात्रा निकालने की चेतावनी दी है। उन्होंने सीएम शिवराज से 

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट किया, 'मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूँ कि मप्र को उसके हिस्से का कोयला दो, नहीं तो हम जनता के हितों के लिए अपने हिस्से का कोयला लेकर रहेंगें, जिस तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने यूपीए सरकार के दौरान "कोयला यात्रा" निकाली थी, उसी तरह अब भी "कोयला यात्रा" निकालें, अन्यथा कांग्रेस पार्टी "कोयला यात्रा" निकालकर अपने हिस्से का कोयला लेगी, मैं शिवराज जी भी आग्रह करता हूँ कि वो भी इसमें साथ रहें।' 

 

कांग्रेस नेता ने आगे लिखा है कि, मध्य प्रदेश के पास कोयले के भंडार भरे हुए है, एक तरफ तो सरकार कहती है, कोयले की कमी नहीं है दूसरी तरफ कोयला आयात करके बिजली महंगी करने का प्लान बना लिया है।' यादव ने एक वीडियो बाइट जारी करते हुए कहा है कि, 'चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए देश का कोयला छोड़कर सरकार विदेशों से कोयला आयात कर रही है। केंद्र सरकार मध्य प्रदेश को उसका हिस्सा दें, नहीं तो हम अपना हक लड़कर लेंगे।'

दरअसल, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यूपीए सरकार के समय मध्य प्रदेश के हिस्से का कोयला लेने के लिए कोयला यात्रा निकाली थी। लेकिन इस बार कोयले की घोर किल्लत के बाद भी शिवराज सरकार केंद्र की मोदी सरकार से कोयले की मांग ही नहीं कर रही है।