ग्रीन बॉन्ड जारी करने वाला देश का पहला नगर निगम बना इंदौर, सोलर प्लांट के लिए जुटाए 300 करोड़

इंदौर के मेयर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा कि जलूद में 240 करोड रुपये से 60 मेगावाट का सौर उर्जा संयंत्र लगाना है। इसके लिए 244 करोड रुपये के ग्रीन बांड शुक्रवार को जारी किए गए थे। उससे इंदौर नगर निगम ने 300 करोड़ रुपये जुटाए है।

Updated: Feb 10, 2023, 01:50 PM IST

इंदौर। स्वच्छता के मामले में लगातार 6 बार नंबर वन बनने के बाद अब इंदौर के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गया है। इंदौर नगर निगम ग्रीन बॉन्ड जारी करने वाला देश का पहला नगर निगम बन गया है। निगम ने खरगोन जिले के जलूद में नर्मदा किनारे सोलर प्लांट लगाने के लिए शुक्रवार को ग्रीन बॉन्ड जारी कर मात्र सवा दो घंटे में 300 करोड़ रुपये जुटा लिए। इश्यू ओवर सब्सक्राइब हुआ है। एक बॉन्ड का मूल्य एक हजार रुपये है।

शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे ग्रीन बॉन्ड इश्यू जारी किया गया। उसे अच्छा बाजार व निवेशकों का अच्छा समर्थन मिला। सिर्फ दो घंटे में ही इश्यू ओवर सब्सक्राइब हो गया, यानी लक्ष्य से ज्यादा पैसा निगम को मिल गया। निगम के ग्रीन बांड को निवेशकों ने पौने दो घंटे में ही हाथों-हाथ ले लिया। शुक्रवार को खुले बॉन्ड इश्यू बंद होने की तारीख 14 फरवरी थी, लेकिन निवेशकों ने पहले ही दिन सारे बॉन्ड खरीद लिए। कुछ ही देर में इश्यू के तहत 300 करोड़ रुपये प्राप्त हो गए। निगम ने इश्यू से 244 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था। 

यह भी पढ़ें: 14 फरवरी को अब नहीं मनेगा काउ हग डे, केंद्र सरकार ने वापस ली अपील

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इश्यू की कामयाबी पर ट्वीट करते हुए कहा, 'इंदौरियों व प्रदेशवासियों के लिए यह गौरव की बात है। प्रदेश के किसी नगरीय निकाय का यह पहला ग्रीन पब्लिक बॉन्ड है। मैं निवेशकों को भी बधाई देता हूं।' इंदौर के महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा कि जलूद स्थित नर्मदा जल संयंत्र के विद्युत पंपों के लिए 240 करोड रुपये की लागत से 60 मेगावॉट का सौर ऊर्जा प्लांट लगाना है।  अब हम जल्दी ही सोलर प्लांट लगाएंगे। इससे नर्मदा नदी में लगाए गए पंपों से पानी लेने में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा। स्वच्छता में रिकॉर्ड बनाने के बाद अब नगर निगम बिजली बचाने की दिशा में भी काम कर रहा है।

बता दें कि इंदौर की नर्मदा पेयजल परियोजना देश की महंगी जल आपूर्ति योजनाओं में से एक है। इंदौर से 70 किलोमीटर दूर महेश्वर के समीप जलूद से नर्मदा का पानी बिजली के पंपों के जरिए इंदौर लाया जाता है। इस पर हर महीने के बिजली बिल पर 25 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। इस खर्च में कटौती के लिए अब सोलर प्लांट लगाने की योजना है। इसी महीने यह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी लिस्टेड हो जाएगी, जिसके बाद लोग ओपन मार्केट ट्रेडिंग कर सकेंगे।