इंदौर क्राइम ब्रांच ने पकड़ा नकली क्राइम ब्रांच गिरोह, फिल्मी स्टाइल में लोगों को लगाते थे चूना

इंदौर पुलिस ने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताकर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि उनका मुखिया अब भी फरार चल रहा है।

Publish: Oct 13, 2025, 07:39 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर से फर्जीवाड़े का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कुछ शातिर ठगों ने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताकर एक युवक को न केवल उसके घर से उठाया, बल्कि उसके साथ मारपीट, धमकी और 5 लाख से ज्यादा की लूट की वारदात को अंजाम दिया। इंदौर क्राइम ब्रांच ने इस पूरे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक मुख्य साजिशकर्ता अभी फरार है।

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क्राइम ब्रांच ने तीन आरोपियों, दीपक तिवारी, अमन लखिया और नीरज तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है और अब फरार मुख्य साजिशकर्ता की तलाश तेज कर दी है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से आगे की पूछताछ के लिए रिमांड मांगी जाएगी ताकि पूरे षड्यंत्र की गहराई से जांच की जा सके। डीसीपी (क्राइम ब्रांच) राजेश त्रिपाठी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में से दो पर पहले से ही इंदौर के विभिन्न थानों में करीब दो दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि एक सागर निवासी व्यक्ति ने ही इन आरोपियों को पैसे देने का लालच देकर पूरी वारदात करवाने की साजिश रची थी। उसका स्नेह से क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर विवाद चल रहा था।

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शहर के द्वारिकापुरी के रहने वाले फरियादी स्नेह परमार (पिता राजेश परमार) ने शिकायत दर्ज कराई थी कि बीते 9 अक्टूबर की शाम करीब 6 से 7 बजे के बीच तीन युवक उसके घर पहुंचे। उन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताते हुए धमकाना शुरू किया और कहा कि स्नेह अवैध गतिविधियों में शामिल है जिसकी वजह से उसे जेल जाना होगा। जब स्नेह के पिता ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उनके साथ भी मारपीट की गई।

इसके बाद आरोपियों ने स्नेह को गाड़ी में बैठाकर लसूड़िया क्षेत्र ले गए और वहां भी धमकाया। डर का फायदा उठाते हुए उन्होंने स्नेह से उसके मोबाइल फोन के जरिए करीब 5.12 लाख रुपए की रकम अपने बताए खाते में ट्रांसफर करवा ली। इसके साथ ही एक मोबाइल फोन भी छीन लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी कई दिनों से स्नेह की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। स्नेह प्रॉपर्टी डीलिंग और मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता है। जब उन्हें सही मौका मिला, तो उन्होंने वारदात को अंजाम दिया।

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