भर्ती सत्याग्रह का पांचवां दिन: पुलिस की नोटिस पर भड़के युवा, बोले- मूंगफली में दाना नहीं, शिवराज हमारा मामा नहीं

शनिवार देर शाम इंदौर में प्रदर्शनकारी युवाओं ने लगाए 'GO बेरोजगारी GO' के नारे, थाली बजाकर सरकार को जगाया, सत्याग्रह खत्म करने के लिए प्रशासन की तिकड़मबाजी जारी, कई युवाओं को भेजा नोटिस

Updated: Sep 25, 2022, 07:18 AM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं के भर्ती सत्याग्रह का आज पांचवां दिन है। हर गुजरते दिन के साथ प्रदर्शनकारी युवाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। भोलाराम उस्ताद चौराहे के पास दीनदयाल पार्क के सर्विस रोड पर टेंट लगाकर बैठे बेरोजगार युवा रोज अलग-अलग गतिविधियां कर सरकार का ध्यान अपनी और आकर्षित करने में लगे हैं। 

सत्याग्रह के चौथे दिन शनिवार को देर शाम बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा रोड़ किनारे खड़े होकर सत्याग्रह में बैठकर थाली बजाते नजर आए। कोरोना काल में जैसे लोगों ने कोरोना को भगाने के लिए ताली और थाली बजाई थी और GO- कोरोना GO कहा था, वैसे ही शनिवार रात को इन बेरोजगार युवाओं ने ताली थाली बजाकर GO बेरोजगारी GO के नारे भी लगाए।  

उधर सत्याग्रह खत्म कराने के लिए प्रशासन की तिकड़मबाजी भी जारी है। विद्युत सप्लाई बाधित करने के बाद अब सत्याग्रहियों को पुलिस ने नोटिस भेजकर धमकाया है। भंवरकुआं पुलिस थाने की ओर से सत्याग्रहियों को भेजे गए नोटिस में पुलिस ने काल्पनिक स्थिति का वर्णन करते हुए कहा है कि आप 20 हजार रुपए का बॉन्ड भरें। पुलिस ने इस बात की संभावना जताई है कि सत्याग्रह कर रहे युवा किसी अज्ञात पक्ष के साथ झड़प कर सकते हैं जिससे शांति भंग हो सकती है। 

युवा प्रदर्शनकारी राधे जाट ने कहा कि, 'पुलिस का ये हथकंडा भी काम नहीं आएगा। प्रशासन हमारी आवाज को दबाने के लिए जो षड्यंत्र चाहे कर ले, लेकिन हमें रोक नहीं सकती। हमें धरने से हटाने का एक ही विकल्प है... "भर्तियां शुरू करो"। नोटिस आना के बाद युवाओं ने "मूंगफली में दाना नहीं, शिवराज हमारा मामा नहीं" के नारे भी लगाए।

आज सुबह दिनदयाल उपाध्याय जयंती के मौके पर मंत्री तुलसी सिलावट, पूर्व मेयर मालिनी गौड़ समेत बीजेपी के कई नेता दिनदयाल उपाध्याय पार्क पहुंचे थे। सत्याग्रहियों को नेताओं के आगमन की सूचना पूर्व में मिल चुकी थी। ऐसे में उन्होंने बेरोजगार चाय और बेरोजगार पोहे का स्टॉल लगाया था। वे उन्हें मुफ्त चाय-नाश्ता कराने को तैयार थे। बावजूद मंत्री तुलसी सिलावट ने इससे इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने स्त्याग्रहियों की कुर्सी का इस्तेमाल जरूर किया। 

राधे जाट ने बताया कि शाम चार बजे युवाओं का तिरंगा मार्च शुरू होगा। भोलाराम उस्ताद चौराहे से पैदल मार्च शुरु होगा, जो भंवरकुआं चौराहा, नवलखा चौराहा, जीपीओ चौराहा, गीताभवन चौराहा से होते हुए पलासिया और वहां से रीगल चौराहे तक जाएगा। यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गांधी प्रतिमा को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इस मार्च में करीब 10 से 15 हजार युवाओं शामिल होने की संभावना है।

इस मार्च में भारी संख्या में युवाओं को शामिल करने के लिए सत्याग्रही आसपास की कोचिंग में जाकर पीले चावल देकर न्योता दे चुके हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों ने बेरोजगारी की समस्या का समग्र समाधान निकालने के लिए मध्य प्रदेश रोजगार कानून बनाने की मांग की है। छात्रों की प्रमुख मांग ये है कि पिछले कई सालों से रुकी हुई सभी भर्ती प्रक्रियाओं को तत्काल पूरा किया जाए। साथ ही MPPSC की 2019, 2020 और 2021 की भर्तियां जल्द से जल्द पूरी की जाएं। इसके अलावा उन्होंने व्यापम के एक लाख पदों (जिसमें एसआई, पटवारी, कॉन्स्टेबल, एग्रीकल्चर इत्यादि शामिल हैं) को तत्काल भरने की मांग की है।

प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे राष्ट्रीय शिक्षित युवा संघ ने कहा कि अभी इंदौर में अनिश्चितकालीन भर्ती सत्याग्रह चल रहा है, यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वे भोपाल तक पदयात्रा करेंगे और भोपाल में भी अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे। इस सत्याग्रह में छात्र नुक्कड़ नाटक, वीर रस से भरी कविताएं और संगीत के माध्यम से बेरोजगारी की समस्या बयां कर रहे हैं। दुर्भाग्य ये है कि इन सब के बावजूद सरकार की ओर से कोई आश्वासन तो दूर अबतक कोई उनसे बातचीत करने भी नहीं गया है।