इंदौर के चर्चित ठेकेदार पप्पू भाटिया ने की खुदकुशी, नगर निगम में अटका था करोड़ों रुपये का भुगतान

पप्पू भाटिया इंदौर नगर निगम के सभी विभागों के कार्यों का टेंडर लेकर उन्हें समय सीमा में पूरा करते थे। लेकिन काम कराने के बावजूद भुगतान अटका था और हताश होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली।

Updated: Dec 05, 2023, 09:24 AM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के चर्चित ठेकेदार अमरजीत सिंह पप्पू भाटिया ने आत्महत्या कर ली है। पप्पू भाटिया इंदौर नगर निगम के सभी विभागों के कार्यों का टेंडर लेकर उन्हें समय सीमा में पूरा करते थे। इंदौर नगर निगम के लिए सबसे ज्यादा काम करने वाले पप्पू भाटिया का भुगतान अटका हुआ था और वह मार्केट से करोड़ों रुपए ब्याज पर लोन ले चुके थे। सिस्टम से हताश होकर उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया।

65 वर्षीय ठेकेदार अमरजीतसिंह पप्पू भाटिया निवासी रेसकोर्स रोड ने रविवार दोपहर एसिड पीकर जान दे दी। इसका खुलासा सोमवार सुबह हो पाया। उनके भाई सुख्खी भाटिया ने बताया कि निगम ने 20 करोड़ का भुगतान रोक रखा था। बावजूद इसके वर्क ऑर्डर पूरे करने के लिए अफसर ब्लैक लिस्ट करने की धमकी दे रहे थे। इससे वे परेशान थे। 600 कर्मचारियों के वेतन व 225 से ज्यादा गाड़ियों का मेंटेनेंस मुश्किल हो गया था। बिजनेस चलाने के लिए बाजार से ब्याज पर पैसे लेने को विवश हो गए थे। इसी के दबाव में आकर उन्होंने खुदकुशी कर ली।

भाई सुक्खी ने बताया कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन में उनसे करोड़ों का काम कराया गया था। नगर निगम से कुल बकाया का 5-10 फीसदी ही मिल रहा था। दूसरी तरफ अफसर वर्क ऑर्डर पूरा करने का दबाव बना रहे थे। काम नहीं करने पर ब्लैक लिस्ट करने की धमकी दे रहे थे। रविवार को वे अपनी कार से घर से निकले कुछ देर बाद उन्होंने भाई को कॉल कर तबीयत खराब होने की बात कही। अपनी लोकेशन लैंटर्न चौराहे की बताई और कहा कि मैं अब नहीं बचूंगा। भाई सुख्खी भाटिया तत्काल मौके पर पहुंचे और बेसुध मिलने पर भाई को अपोलो अस्पताल लेकर पहुंचे।

मामले पर नगर निगम आयुक्त हर्षिका सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि उनका हर 15 दिन में भुगतान किया गया है। कुछ दिन पहले भी दो करोड़ जारी किए थे। 14 करोड़ के बिल प्रोसेस में थे। प्रारंभिक रूप से पुराने सिटी इंजीनियर के साथ कुछ इशू की बात सामने आई है।