Jitu Patwari: सम्मान के लिए कांग्रेस छोड़ी तो दर-दर क्यों भटक रहे हैं

Jyotiraditya Scindia: कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के उज्जैन और इंदौर दौरे पर कसा तंज

Updated: Aug 18, 2020, 12:26 PM IST

photo courtesy: ifreetoday.com
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भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की इंदौर-उज्जैन यात्रा को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पटवारी ने पूछा है कि सम्मान के लिए कांग्रेस छोड़ने वाले सिंधिया आज क्यों दर दर भटक रहे हैं? जीतू पटवारी ने कहा कि 'सिंधिया जी ने जब  कांग्रेस की सरकार गिराई थी, तो उस समय उन्होनें भाजपा कार्यालय में सदस्यता ग्रहण करते हुए दो बातें कही थीं, एक कि मैं सम्मान के लिए राजनीति करता हूँ और दूसरा जनसेवा मेरा प्रमुख लक्ष्य है जो मेरी पारिवारिक विरासत है।

 जीतू पटवारी के सिंधिया के बयान की याद दिलाते हुए कहा है कि फिर सिंधिया अगर सम्मान की बात के लिए आपने पार्टी छोडी थी तो अब क्यों दर-दर भटक रहे हैं? जीतू पटवारी ने कहा है कि सिंधिया सड़क पर उतरने की बात करते थे तो वे आखिर अब तक सड़कों पर क्यों नहीं आए? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी में जाने के बाद इंदौर दौरे पर बीजेपी के किसी नेता ने उन्हें अपने घर नहीं बुलाया। वो खुद बीजेपी नेताओं के घर गए। 

पहले लोग उनके दर पर आते थे, अब सिंधिया खुद दर दर पर जा रहे हैं 
जीतू पटवारी ने सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे अगर सम्मान के लिये गये थे, तो जब सिंधिया जी कांग्रेस पार्टी में थे तो लोग उनके दर पर जाते थे, अब भाजपा में वो लोगों के दर-दर जा रहे है। इंदौर-उज्जैन में लोगों के दर-दर उनको जाना पड़ रहा है अगर यह सम्मान की बात है तो विचार बनता है। मंत्रिमंडल में 15 प्रतिशत से अधिक मंत्री नहीं बना सकते थे लेकिन शिवराज सरकार ने पॉलिटिकल मैनेजमेंट के लिए 4 से 5 मंत्री अधिक बना रखे है। जिसको लेकर कोर्ट में याचिका लगी है। पटवारी ने कहा कि सिंधिया के मंत्री न हटें इसके लिए वे दर-दर भटक रहे हैं। 

पटवारी ने कहा कि राजनीति में यह होने वाली प्रक्रिया है। लेकिन राजनीति का मूल उद्देश्य लोगों की सेवा का है, उन्होनें सड़क पर आने का उद्देश्य बताया था कि अतिथि शिक्षकों और अतिथि विद्वानों की लड़ाई मैं लडूंगा। लेकिन आज तक इनके लिए सिंधिया जी सड़को पर नहीं आए। आज 68-69 हजार अतिथि शिक्षकों को पिछले 3-4 महिनों से वेतन नहीं मिला। करीब 65 लोगों की आत्महत्या के आंकड़े आए है। लेकिन उनके मुँह से एक शब्द भी नहीं निकला। उन्होनें एक दिन कहा कि टाइगर अभी जिंदा है, तो पिछले पाँच महिनें में  आज तक ग्वालियर चंबल जनसेवा के लिए टाइगर नहीं गया और जंगलराज में आज आए है इंदौर-उज्जैन के दौरे पर। जीतू पटवारी ने कहा कि मैं सिंधिया जी से आग्रह करना चाहता हूँ, प्रार्थना करना चाहता हूँ कि उन अतिथि शिक्षक और अतिथि विद्वानों के लिए आप सड़क पर आएं आप कम से कम एक बार तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख देते कि इनका क्या कर रहे है? 

सिंधिया जी इनके लिए सड़कों पर क्यों नहीं आए

पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले दो प्रमुख चेहरे थे एक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी और दूसरा सिंधिया जी। सिंधिया  ने बताया कि मुझसे कहा गया कि सड़क पर आ जाओ तो मैं सड़क पर आ गया और सरकार को भी सड़क पर ले आए। जीतू पटवारी ने कहा कि वो उन्होंने अपने  ईगो, अहंकार, हठधर्मिता और मैं हूँ को बताने के लिए उन्होनें यह निर्णय लिया और मैं मानता हूँ कि वो सफल हो गए। 
 

अतिथि शिक्षकों की आत्महत्या का ज़िम्मेदार कौन ? 
 पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में उच्च शिक्षा विभाग का मंत्री रहते हुए उन्होंने  सभी अतिथी शिक्षकों को शत प्रतिशत नियुक्ति देने की कार्यवाही की थी तथा अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करने का प्रावधान बनाया था। पटवारी ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि सरकार गिरा दी गई। पीछे के रास्ते से हमारी सरकार को गिरा दिया गया। पटवारी ने कहा कि 65 लोगों के अतिरिक्त 28 अन्य बेरोजगारों ने भी आत्महत्या की है। पटवारी ने पूछा कि आखिर इन आत्महत्याओं का जिम्मेदार कौन है? 

पटवारी ने कहा कि अतिथि विद्वानों को सही समय पर सैलरी देना सरकार का दायित्व है लेकिन सरकार उन्हें सैलरी नहीं दे रही है। सरकारी क्षेत्रों से जुड़े लोगों को सैलरी नहीं दी जा रही है। प्रदेश का देश का पहला राज्य है, जहां आज अतिथि शिक्षक इच्छामृत्यु मांग रहे है।  इच्छा मृत्यु की बात उस शिक्षक द्वारा की जा रही है जो लोगों को शिक्षा देता है, लोगों को ज्ञान देता है। पटवारी ने कहा कि 'सवा से डेढ़ लाख अतिथि शिक्षक, विद्वानों के परिवार प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। शिवराज सिंह और उनके बिकाऊ राम मंत्री हथकंडे अपनाकर केवल चुनाव जीतने की कवायद में लगे हुए हैं। सिंधिया जी कहते हैं अतिथि शिक्षकों के लिए सड़क पर उतरेंगे,  किसानों का कर्ज माफ नहीं होगा तो सड़क पर उतरेंगे, अब सड़क पर क्यों नहीं उतर रहे हैं सिंधिया जी।' 

किसानों का क़र्ज़ माफ़ करे सरकार 
कांग्रेस सरकार ने 25 लाख किसानों के कर्ज माफ किए हैं। अब सिंधिया जी और शिवराज जी का दायित्व है कि बाकी किसानो के कर्ज माफ करें। पटवारी ने कहा कि आखिर किसानों की क्या गलती है जो उनका हक छीना जा रहा है। किसान नकली खाद-बीज की वजह से परेशान हैं लेकिन सरकार का ध्यान सिर्फ चुनाव जीतने पर है। हमारी सरकार आएगी तो हम किसानों का कर्ज माफ करेंगे। लेकिन मंत्री केवल अपने क्षेत्रों में जाकर चुनाव जीतने की कवायद  में लगे हैं उन्हें जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है। जनता इनका घोर विरोध कर रही है। मध्य प्रदेश के साथ कुठाराघात हो रहा है।