सिर्फ कागज़ी और दिखावटी हैं शिवराज की योजनाएं, सांख्यिकी विभाग के आदेश पर भड़के कमल नाथ

सांख्यिकी विभाग ने मंगलवार को एक आदेश जारी किया है, इसके मुताबिक मृत्यु प्रमाण पत्र पर सांख्यिकी विभाग मौत का कारण नहीं लिखेगा, सांख्यिकी विभाग के इस आदेश के खिलाफ कमल नाथ ने कहा है कि ऐसा आदेश इसलिए जारी किया गया है ताकि प्रदेश में कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़े को छुपाया जा सके

Publish: Jun 02, 2021, 08:52 AM IST

Photo Courtesy: livemint.com
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भोपाल। मृत्यु प्रमाण पत्र मृत्यु का कारण न लिखे जाने वाले सांख्यिकी विभाग के आदेश पर कमल नाथ भड़क उठे हैं। कमल नाथ ने शिवराज सरकार के उस योजना को भी कागज़ी और दिखावटी करार दिया है जिसके मुताबिक शिवराज सरकार ने कोरोना मृतकों के परिजन को एक लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने का वादा किया है। कमल नाथ ने शिवराज सरकार की योजना पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा है कि ज़्यादातर लोगों को इस योजना का लाभ ही नहीं मिल पाएगा। 

कमल नाथ ने कहा है कि मै पहले दिन से ही कह रहा हूँ कि इस कोरोना महामारी में शिवराज सरकार द्वारा पीड़ितों की मदद के नाम पर घोषित सारी योजनाएँ सिर्फ़ काग़ज़ी व दिखावटी है, इसमें कई विसंगतियाँ है, जिसके कारण इसका लाभ वास्तविक ज़रूरतमंदो को नहीं मिले पायेगा और सरकार भी यही चाहती है।

पीसीसी चीफ ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से मृत व्यक्तियों का सरकारी आँकड़ा पहले ही काफ़ी कम है, जबकि प्रदेश में हज़ारों लोगों की मौत कोविड से हुई है। अब तो मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण नहीं लिखने का आदेश भी जारी हो गया है, अस्पताल पहले से ही नहीं लिख रहे है और अब सरकार ने भी मना कर दिया है।

कांग्रेस नेता ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार चाहती ही नहीं है कि कोरोना से हुई मौतों का सरकारी आँकड़ा बढ़े ताकि उन्हें अनुग्रह राशि देना ही ना पड़े ? कोविड जनित बीमारियों से मृत्यु को पहले से ही इस योजना में शामिल नहीं किया गया है।वही कोविड-19 बाल कल्याण योजना में भी मार्च-2021 के बाद के ही बेसहारा बच्चों को पात्र माना गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा है कि आखिर कोरोना की पहली लहर में अनाथ हुए बच्चों का क्या दोष है? जिनके माता- पिता दोनो का साया सिर से ना उठा हो, वो योजना के लिये पात्र ही नहीं हैं। कैसी विसंगतियाँ डाल कर योजनाएँ बनायी गयी है? 

सांख्यिकी विभाग ने मंगलवार को एक आदेश जारी किया है, जिसके मुताबिक मृत्यु प्रमाण पत्र पर अब मौत का कारण नहीं लिखा जाएगा।अपने इस आदेश के पीछे विभाग ने यह तर्क दिया है कि चूंकि मौत का कारण सिर्फ डॉक्टर बता सकता है, इसलिए विभाग कारण नहीं लिख सकता। सांख्यिकी विभाग के इस फैसले की कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने भी आलोचना की है। केके मिश्रा ने कहा है कि जिसका डर था बेदर्दी,वही बात हो गई! सांख्यिकी विभाग का नया फरमान-"मप्र में मृत्यु प्रमाण पत्र पर नहीं लिखा जाएगा मौत का कारण"...कमलनाथ जी सही हैं या शिवराज जी? अच्छा चलिए मोदी-शिवराज के फोटो ही लगा दीजिये? प्रचार की भूख भी खत्म?'