मित्र शिवराज को कमलनाथ ने दी फ्रेंडशिप डे की बधाई, बोले- पता नहीं कब तक तक कुर्सी बचा पाओगे
मित्रता दिवस के मौके पर कमलनाथ ने अपने दोस्त और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी है, कमलनाथ ने इस दौरान उन्हें सचेत करते हुए बताया है कि उनकी कुर्सी खतरे में है
भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों सियासी अटकलों का बाजार गर्म है। मुख्यमंत्री का चेहरा बदले जाने की सुगबुगाहट के बीच कमलनाथ ने आज मित्रता दिवस के मौके पर अपने प्रिय मित्र शिवराज सिंह चौहान को याद किया है। कमलनाथ ने सीएम शिवराज को सचेत करते हुए यह भी बताया है कि उनकी कुर्सी खतरे में है। फ्रेंडशिप डे के मौके पर कमलनाथ की बधाई देने का यह तरीका सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कमलनाथ इस बधाई के बहाने मित्र शिवराज को यह भी कहना नहीं भूले की आपने सौदेबाजी कर मेरी सरकार गिराई थी। कांग्रेस नेता ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, 'मित्र शिवराज सिंह जी , आपको मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। सौदेबाज़ी से बनी आपकी सरकार को यूँ तो 16 माह के क़रीब हो चुके है लेकिन इन 16 माह में प्रदेश की जनता को मैदान में, एक दिन भी कहीं भी आपकी सरकार नज़र नहीं आयी?'
जिस हिसाब से असंतुष्ट आपकी कुर्सी के पीछे निरंतर लगे है , पता नही आप कब तक अपनी कुर्सी को सुरक्षित रख पाते है ?
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 1, 2021
बधाई संदेश में कमलनाथ आगे लिखते हैं की, 'जिस हिसाब से असंतुष्ट आपकी कुर्सी के पीछे निरंतर लगे है, पता नही आप कब तक अपनी कुर्सी को सुरक्षित रख पाते हैं? लेकिन उम्मीद करता हूँ जब तक आप मुख्यमंत्री रहें, प्रदेश की जनता से किए अपने वादों व घोषणाओं को पूरा करने का कुछ तो प्रयास करें, कोरोना की दूसरी लहर में जनता ने आपकी सरकार के कुप्रबंधन का जो ख़ामियाज़ा भुगता है, उस पर राहत के कुछ तो प्रयास करें।'
आज फिर प्रदेश में माफिया राज लौट आया है , उसको लेकर अपने जुमलों पर अमल करे ,आज जनता महंगाई से परेशान है , आज हर वर्ग परेशान है , उस दिशा में आप कुछ तो ठोस कदम उठाये ?
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 1, 2021
कमलनाथ आगे लिखते हैं कि, 'आज फिर प्रदेश में माफिया राज लौट आया है, उसको लेकर अपने जुमलों पर अमल करे, आज जनता महंगाई से परेशान है, आज हर वर्ग परेशान है, उस दिशा में आप कुछ तो ठोस कदम उठाएं?' पेशेवर रूप से एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी होने के कारण आम जनमानस तो दोनों नेताओं को शत्रु के रूप में देखता है, हालांकि सार्वजनिक रूप से कई बार वे ये कह चुके हैं कि दोनों एक दूसरे के मित्र हैं।