कटनी में अतिथि शिक्षक को नहीं मिला तीन महीने से वेतन, शिकायत करने पर मिली नौकरी से निकालने की धमकी

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने कहा कि शिवराज सरकार कर्मचारियों का उत्पीड़न करना चाहती है और बदले में चाहती है कि कर्मचारी शिकायत भी न करें

Publish: Apr 15, 2023, 11:21 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक अतिथि शिक्षक को अपनी मेहनत का पैसा मांगना भारी पड़ गया है। तीन महीने से रुके अपने वेतन को मांगने पर अतिथि शिक्षक को नौकरी से निकालने की धमकी दी गई है। इस मामले पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। 

यह मामला मध्य प्रदेश के कटनी ज़िले का है।विजयराघवगढ़ विकासखंड के हरैया स्थित हाई स्कूल में पदस्थ अतिथि शिक्षक रामनरेश प्रजापति को तीन महीने से वेतन नहीं मिला। जब जनवरी, फरवरी और मार्च महीने का वेतन न मिलने की शिकायत अतिथि शिक्षक ने की तब विकासखंड अधिकारी ने स्कूल के प्राचार्य से शिक्षक को ही निकालने के निर्देश दे दिए। 

विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्य को भेजे पत्र में कहा कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा वेंडर भुगतान पर रोक के चलते अतिथि शिक्षक को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। रोक हटते ही वेतन का भुगतान हो जाएगा। लेकिन रामनरेश प्रजापति को अपनी शिकायत वापस लेने के लिए निर्देशित किया जाए। शिकायत वापस न लेने की स्थिति में अतिथि शिक्षक की सेवाओं को समाप्त कर दिया जाए। 

विकासखंड शिक्षा अधिकारी के इस पत्र को साझा करते हुए पीयूष बबेले ने कहा कि शिवराज सरकार चाहती है कि वह कर्मचारियों का उत्पीड़न करे, उन्हें समय से वेतन न दे और कर्मचारी इस बात की शिकायत भी न करें। एक अतिथि शिक्षक ने शिकायत की तो उसे धमकाया जा रहा है कि शिकायत वापस लो, नहीं तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा। शिवराज सरकार के संविधान में फ़रियाद करना भी गुनाह है।

हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटे थे। सीएम हाउस पर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री वर्चुअली जुड़े थे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने शिक्षकों से अपने भीतर के विद्यार्थी को हमेशा जिंदा रखने की सलाह तक दी थी। सीएम शिवराज ने तो यहां तक कहा था कि वह अपने जीवन का पल पल प्रदेश की जनता के लिए जीना चाहते हैं लेकिन कटनी में अपने जीवन यापन के लिए वेतन की मांग करने वाले अतिथि शिक्षक को ही नौकरी से निकालने की धमकी दे दी गई।