खरगोन में जनपद सीईओ ने की आत्महत्या, बीजेपी नेताओं पर है सीईओ को धमकाने और अपमानित करने का आरोप
भीकनगांव जनपद सीईओ राजेश बाहोती का शव रविवार को उनके आवास पर फांसी के फंदे से लटका हुआ था, बाहोती ने कोरोना की दूसरी लहर से ठीक पहले भीकनगांव जनपद सीईओ का कार्यभार संभाला था

खरगोन। खरगोन जिले के जनपद सीईओ ने आत्महत्या कर ली है। रविवार देर रात भीकनगांव जनपद सीईओ राजेश बाहोती का शव उनके सरकारी आवास पर लटका हुआ मिला था। 55 वर्षीय राजेश बाहोती ने कोरोना की दूसरी लहर से कुछ ही दिन पहले भीकनगांव जनपद सीईओ का पदभार संभाला था।
रविवार को छुट्टी होने के कारण राजेश बाहोती अपने आवास पर ही थे। इस दौरान उनके इंदौर में रहने वाले परिजन उन्हें फोन लगा रहे थे। लेकिन उनका राजेश बाहोती से संपर्क नहीं हो पा रहा था। इसके बाद जनपद के कर्मचारी उनके आवास पर जब पहुंचे, तब उन्होंने अधिकारी को फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया।
कर्मचारियों ने तुरंत इस बात की सूचना एसडीएम एलएल अहिरवार को दी। सूचना मिलते ही एसडीएम, तहसीलदार देवकुंवर सोलंकी और थाना प्रभारी जगदीश गोयल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। इस पूरे प्रकरण में बीजेपी के नेताओं का नाम सामने आ रहा है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा है, 'खरगोन ज़िले के भीकनगांव जनपद पंचायत, सीईओ राजेश बाहेती ने अपने सरकारी निवास पर रविवार शाम को फांसी पर लटक कर आत्महत्या कर ली है मृत्यु के पूर्व उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखकर छोड़ गए हैं सोसाइट नोट भीकनगांव पुलिस ने जप्त किया है।'
उन्होंने अपनी मौत का कारण भाजपा के जनपद अध्यक्ष,उपाध्यक्ष व भाजपा मंडल अध्यक्ष द्वारा अवैध रूप से पैसों की मांग करना एवं मीटिंग में अपमानित करना बताया! इनके नाम आने से केस दबाये जाने की आशंका हो रही है। तीनों नेता शिवराज जी की शरण में भोपाल आ गए हैं। पुलिस क्या करती है देखते हैं।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 29, 2021
दिग्विजय सिंह ने कथित सुसाइड नोट का हवाला देते हुए आगे कहा, 'उन्होंने अपनी मौत का कारण भाजपा के जनपद अध्यक्ष,उपाध्यक्ष व भाजपा मंडल अध्यक्ष द्वारा अवैध रूप से पैसों की मांग करना एवं मीटिंग में अपमानित करना बताया! इनके नाम आने से केस दबाये जाने की आशंका हो रही है। तीनों नेता शिवराज जी की शरण में भोपाल आ गए हैं। पुलिस क्या करती है देखते हैं।'