MP में भी किसान आंदोलन का असर, कहीं बैलगाड़ी तो कहीं ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर सड़कों पर उतरे किसान

गणतंत्र दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के कई जिलों के हजारों किसानों ने किया कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, इंदौर में पुलिस ने किसानों को रोका

Updated: Jan 26, 2021, 12:32 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में भी आज गणतंत्र दिवस के मौके पर केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आक्रोश देखने मिला है। राज्य के कई जिले के हजारों किसान आज कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर, ट्रॉली और बैलगाड़ी लेकर सड़कों पर उतरे। इंदौर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने किसानों को रोकना चाहा तो वे धरने पर बैठकर वहीं प्रदर्शन करने लगे।

बड़वानी में बैलगाड़ी मार्च, महिला किसानों का नाच-गाने के साथ विरोध

राज्य के बड़वानी में जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी समिति के प्रांगण से आज सुबह 10 बजे किसानों ने बैलगाड़ी मार्च का शुरुआत किया। सैंकड़ों की संख्या में बैलगाड़ी लेकर सड़कों पर उतर आए और 15 किलोमीटर तक मार्च किया। इस दौरान जिले के महिला किसान भी आंदोलन में शामिल हुए। महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से नाच-गाकर केंद्रीय कानूनों का विरोध किया। 

 

विंध्य क्षेत्र के किसानों ने किया जोरदार प्रदर्शन

गणतंत्र दिवस के मौके पर कृषि कानूनों के खिलाफ विंध्य क्षेत्र में भी किसानों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विंध्य में किसानों ने किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में रीवा मंडी से एसएफ चौराहा तक ट्रैक्टर रैली निकाली और झंडा फहराकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया। वहीं सतना के रामपुर बाघेलान तहसील परिसर में कृषि कानून के विरोध में अनिश्चित कालीन धरने के चौथे दिन किसानों ने तहसील परिसर में ट्रैक्टर परेड किया। 

इंदौर में मार्च को पुलिस ने रोका, गांधी प्रतिमा को घेरकर बैठे किसान

मध्यप्रदेश के इंदौर में किसानों द्वारा निकाले गए ट्रैक्टर मार्च को प्रशासन शुरू होते ही रीगल चौराहे पर रोक दिया। परमिशन न होने का हवाला देकर रोके गए ट्रेक्टर मार्च से आक्रोशित किसान वहीं मौजूद गांधी प्रतिमा को घेरकर बैठ गए। यहां घंटों तक नारेबाजी करने के बाद अलग-अलग हिस्सों में बंटकर किसान आखिरकार अंबेडकर चौराहे तक पहुंच गए और वहां उन्होंने संकल्प सभा किया। 

ग्वालियर-डबरा में शाहिद हुए किसानों को श्रद्धांजलि

मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन का केंद्र बन चुके ग्वालियर और डबरा में किसानों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। डबरा में करीब 800 ट्रैक्टर पर सवार होकर किसान कृषि मंडी से मार्च कड़ते हुए मुख्य बाजारों से होते हुए समुदन गुरुद्वारे पहुंचे। यहां आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। डबरा में अनुमान से ज्यादा भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल को नियुक्त किया गया था। 

 

 

इसके अलावा राजधानी भोपाल, शिवपुरी, मंडला, निमाड़ सहित कई अन्य जिलों में भी किसान सड़कों पर उतरे। किसानों ने केंद्र सरकार को तत्काल कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग करते हुए प्रदर्शन को तेज करने की चेतावनी दी।