Shivraj Singh Chouhan: मंत्री तुलसी सिलावट को जांच कमेटी से हटाया

MP Congress: शिवराज सिंह चौहान ने तीन माह में बनाई दूसरी समिति, बिना चुने मंत्री करेंगे चुनी हुई सरकार के काम की जाँच

Updated: Aug 09, 2020, 01:37 AM IST

photo courtesy :  jagran
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भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने प्रदेश की पूर्ववर्ती कमल नाथ सरकार के कार्यकाल के आखिरी 6 महीनों की जांच करने के लिए एक नई समिति गठित कर दी है। नई समिति से ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट को हटा दिया गया है। कांग्रेस ने समिति पर ही सवाल उठाते हुए कहा है कि शिवराज सरकार ने ऐसी समिति गठित की है जिसके आधे मंत्री जनता द्वारा चुने हुए ही नहीं हैं। ऐसे मंत्री जनता द्वारा चुनी हुई कैबिनेट के कार्यों की समीक्षा करना चाहती है। 

नई पांच सदस्य जांच समिति में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ जगदीश देवड़ा, बीसाहुलाल सिंह, गोविंद राजपूत तथा बृजेन्द्र प्रताप सिंह का नाम शामिल है। यह समिति कमल नाथ सरकार के कार्यकाल के आखिरी 6 महीने की जांच करेगी। 

तीन महीने में दूसरी समिति 

इससे पहले मई महीने में भी राज्य की शिवराज सरकार ने पूर्वर्ती सरकार के कार्यकाल के जांच के लिए समिति गठित की थी। उस समिति में भी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट और कमल पटेल थे। जांच के लिए गठित की गई पुरानी समिति को अपनी कार्यवाही की जानकारी नई जांच समिति को देने के निर्देश दिए गए हैं तथा अब इसकी पूरी जांच नई गठित की गई समिति करेगी। उप चुनाव के पहले गठित नई समिति में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट को शामिल नहीं किया है। सिलावट की जगह सिंधिया खेमे से गोविंद राजपूत को लिया गया है। ग़ौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना फैल रहा था तब सिलावट स्वास्थ्य मंत्री थे और BJP में शामिल होने के लिए  बेंगलुरु के होटल में थे। उनके विभाग में भी घोटाले के कई आरोप हैं। 

तथ्य सार्वजनिक करे सरकार  

मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने  जांच समिति में उन मंत्रियों को शामिल किया गया है, जिनके खुद के विभाग की जांच होनी है। इससे पहले जो समिति बनाई गई थी उसके एक सदस्य पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे तुलसीराम सिलावट थे जिनके खुद के विभाग की जांच होनी है। तो वहीं इस समिति में भी गोविंद सिंह राजपूत को शामिल किया गया है जिनके खुद के विभाग की जांच होनी है। 

गुप्ता ने राज्य सरकार पर यह आरोप लगाया है कि पूर्वर्ती सरकार के कार्यकाल के जांच के लिए गठित की गई पिछली समिति ने क्या जांच की इसके तथ्य राज्य सरकार को सार्वजनिक नहीं किए। भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार को पिछली जांच समिति के तथ्य सार्वजनिक करने चाहिए। भूपेंद्र गुप्ता ने राज्य सरकार द्वारा गठित की गई समिति पर तंज कसते हुए कहा कि समिति ने जब पूर्वर्ती सरकार के कार्यकाल की जांच करनी शुरू की, तब समिति ने शिवराज सरकार के दौरान हुए व्यापं तथा ई टेंडरिंग घोटाले की जांच कर ली।

कांग्रेस नेता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि शिवराज सरकार ने ऐसी समिति गठित की है जिसके आधे मंत्री जनता द्वारा चुने हुए ही नहीं हैं। ऐसे मंत्री जनता द्वारा संवैधानिक रूप से चुनी हुई कैबिनेट के कार्यों की समीक्षा करना चाहती है। गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र को ऐसा दिन इस नौटंकी बाज़ सरकार के कारण ही देखना पड़ रहा है।