मृत्यु शय्या पर लेटा जीवित व्यक्ति, ढोल-नगाड़ों के साथ निकाली गई शवयात्रा, इंद्रदेव को मनाने की अनोखी प्रथा

अच्छी बारिश के लिए अजीबोगरीब टोटका, मध्यप्रदेश के बड़वानी में निकाली गई जिंदा व्यक्ति की शवयात्रा, सूखे का मार झेल रहे किसानों के लिए इंद्रदेव ही सहारा

Updated: Jul 12, 2021, 07:28 AM IST

बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी से अजीबोगरीब तस्वीरें सामने आई है। यहां एक जीवित व्यक्ति को मृत्यु शय्या पर लिटाकर, ढोल-नगाड़ों के साथ शवयात्रा निकाली गई। यह सब इसलिए किया गया ताकि इंद्रदेव प्रसन्न होकर अच्छी बारिश कराएं। स्थानीय लोगों का कहना है कि आप इसे अंधविश्वास मानें या आस्था, लेकिन सूखे की मार झेल रहे परेशान किसानों के पास अब टोटके ही आखिरी विकल्प हैं।

दरअसल, मॉनसून आने के बावजूद मध्यप्रदेश में इसबार ज्यादा बारिश नहीं हो रही है। स्थिति ये है कि प्रदेश के दर्जनों जिलों में सूखे की नौबत आ गई है। बारिश न होने के कारण किसान बेहद परेशान हैं। ऐसे में अब किसान टोने-टोटके अपनाने लगे हैं। कृषि प्रधान भारत में आदिकाल से इस तरह के तरीके अपनाए जाते रहे हैं। बारिश की स्थिति कमजोर देखते ही ग्रामीण इलाकों में इस तरह के टोने-टोटके का दौर शुरू हो जाता है। 

 

मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य बड़वानी जिला मुख्यालय में शनिवार रात बड़ी संख्या में युवा अर्थी लेकर शवयात्रा पर निकल पड़े। पहली नजर देखने से बिल्कुल ऐसा ही लग रहा था मानो किसी व्यक्ति की मृत्यु हुई है। लेकिन शय्या पर लेटे शव की गर्दन हिल रही थी, जिससे लोगों को समझते देर नहीं लगी कि बारिश की कामना को लेकर टोटके किए जा रहे हैं। ढोल-नगाड़ों की थाप पर यह शवयात्रा शहर के विभिन्न इलाकों से होती हुई मुक्तिधाम तक पहुंची। शवयात्रा में शामिल लोगों का मानना है कि ऐसा करने से इंद्रदेव प्रसन्न होंगे और फिर जमकर बारिश होगी।

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स्थानीय लोगों के अनुसार एक खास वर्ग के किसानों की यह बेहद पुरानी परंपरा है। लोगों ने बताया कि अच्छी बारिश के लिए किसी गांव में लोग उपवास कर रहे हैं तो कहीं घर-घर पानी मांगने का टोटका अपनाया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला पिछले हफ्ते जिले के सेंधवा में भी देखने को मिला था। यहां लोग नीम की पत्तियों से खुद को छिपा कर मेंढक का स्वांग कर रहे थे और पारंपरिक गीत गाए जा रहे थे। मान्यता है कि हर घर से पानी मांगकर छिड़कने से अच्छी बारिश होती है।