जातिवाद का दंश: राजगढ़ के होटल ने दलितों को खाना खिलाने से किया इनकार, भूखे लौटे दलित लड़के
मध्यप्रदेश के राजगढ़ में खाना खाने गए वाल्मीकि समाज के लड़कों को जातिसूचक गालियां देकर होटल मालिक ने भगाया, पुलिस ने दर्ज की FIR

राजगढ़। आजादी के 7 दशक बाद भी भारतीय समाज जातिवाद के जहर से मुक्त नहीं हो पाया है। तमाम प्रयासों के बाद भी कथित पिछड़ी जातियों के लोग इस कुप्रथा का दंश झेलने पर मजबूर हैं। मध्यप्रदेश के राजगढ़ से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां कुछ युवकों को एक होटल ने खाना खिलाने से इनकार कर दिया, जबकि वे पैसे देकर खाना-खाने गए थे। इसका कारण यह था कि युवक दलित समाज के थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राजगढ़ जिले के सुठालिया में देर शाम रितिक वाल्मीकि अपने कुछ दोस्तों के साथ खाना खाने गया था। रितिक ने खाने के लिए तिरुपति बालाजी होटल को चुना और दोस्तों के साथ अंदर चला गया। आरोप है कि रितिक और उसके दोस्तों को देखते ही होटल संचालक भड़क गया। होटल संचालक ने उन्हें खाना न देने की बात कहते हुए तत्काल बाहर जाने के लिए कहा।
एमपी में आज़ादी के 74 साल बाद भी दलित ऋतिक वाल्मीकि को होटल में खाना नही खिलाया।
— Sunil Astay (@SunilAstay) June 16, 2021
14 जून की रात 10 बजे का मामला, सुठालिया थानेदार ने FIR दर्ज नही की है कल सुबह 11बजे भीमआर्मी का राजगढ़ कलेक्टर का घेराव,सभी पहुँचे।
मधुस्मगढ़ रोड़ पर शिवलाल सोंधिया की होटल सील करके जेल में डाले। pic.twitter.com/SJ2bAb6TVK
रितिक के मुताबिक इतना होने पर उसने होटेल मालिक के बेटे से फोन पर बात की, लेकिन उसके बेटे ने भी वही बात कही। कारण पूछे जाने पर उसने कहा कि 'तुम दलितों को औकात नहीं कि मेरे होटल में खाना खाओ'। पीड़ित युवक ने एक वीडियो जारी कर अपनी आपबीती सुनाई है। मामला सामने आने के बाद भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने राजगढ़ एसपी को ज्ञापण सौंपा, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी होटल संचालक और उसके बेटे के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।