शिव के राज में विवाह घोटाला, MP में कोरोना लॉकडाउन में 50हजार फर्जी शादियां, ईडी ने शुरू की जांच

विदिशा जिले के सिरोंज जनपद में इस योजना के अंतर्गत 5976 लाभार्थियों को 30.40 करोड़ रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई, सिरोंज से भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने विधानसभा में इस घोटाले का मुद्दा उठाया था।

Updated: Jun 09, 2022, 12:07 PM IST

Photo Courtesy: The Times of India
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के अंतर्गत 50000 से ज्यादा फर्जी शादियों का घोटाला सामने आया है। अब इस घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय ने शुरू कर दी है। ED ने राज्य की आर्थिक अपराध शाखा EOW से शादियों का ब्यौरा मांगा है।

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर, श्रमिक की बेटी की शादी/ निकाह में नवविवाहित जोड़े को 51000 रुपए की आर्थिक सहायता राज्य सरकार की ओर से दी जाती है। इसी योजना का दुरुपयोग करते हुए अधिकारियों की साठगांठ से कोरोना के वक्त एमपी में कागजों पर हजारों शादियां करा दी गई और सरकारी खजाने में चोरी की गई।

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कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार ने विवाह समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन अकेले विदिशा जिले के सिरोंज जनपद में इस योजना के अंतर्गत 5976 लाभार्थियों को 30.40 करोड़ रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई। कुछ लाभार्थी मौजूद नहीं है, कुछ बच्चे हैं और कुछ कथित रूप से घोटाले में शामिल अधिकारियों के करीबी रिश्तेदार हैं। राज्य की आर्थिक अपराध शाखा EOW ने जांच के बाद पाया कि घोटाले को दलालों के एक नेटवर्क और अधिकारियों की मिलीभगत के माध्यम से अंजाम दिया गया।

इस मामले में राज्य की आर्थिक अपराध शाखा यानि EOW ने सिरोंज जनपद के सीईओ शोभित त्रिपाठी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया था। शोभित त्रिपाठी भाजपा सरकार में ताकतवर मंत्री के रिश्तेदार भी है। गौरतलब है कि सिरोंज से भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने विधानसभा में इस घोटाले का मुद्दा उठाया था।