बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से शादी करना चाहती है MBBS की छात्रा, गंगोत्री से कलश लेकर पदयात्रा पर निकली

एमबीबीएस की छात्रा शिवरंजनी तिवारी ने गंगोत्री धाम से पदयात्रा शुरू की है और वो बागेश्वर धाम तक जाएंगी। शिवरंजनी का कहना है कि 16 तारीख को वो शास्त्री से मिलकर उन्हें अपने मन की बात बताएंगी।

Updated: Jun 06, 2023, 02:41 AM IST

छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पुजारी धीरेंद्र शास्त्री अपने विवादास्पद बयानों को लेकर देशभर में सुर्खियां बटोर रहे हैं। शास्त्री के प्रति युवतियों का क्रेज भी देखने को मिल रहा है। एमबीबीएस की एक छात्रा ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से विवाह की इच्छा जताई है। युवती ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को विवाह का प्रस्ताव देने गंगोत्री से पैदल मार्च भी शुरू कर दिया है।

बताया जा रहा है कि शिवरंजनी तिवारी नामक एमबीबीएस छात्र पंडित धीरेंद्र शास्त्री से विवाह करना चाहती है। इसी मनोकामना को लेकर उन्होंने गंगोत्री धाम से बागेश्वर धाम तक सर पर गंगाजल का कलश लेकर पदयात्रा शुरू की है। शिवरंजनी तिवारी सिर पर कलश लेकर शनिवार को चित्रकूट स्थित संतोषी अखाड़ा पहुंची थीं। यहां उन्होंने चित्रकूट के साधू संतो के समक्ष भजनों का गायन करते हुए अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु साधु संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया।

शिवरंजनी तिवारी ने बताया कि उनके द्वारा सिर पर गंगा जल का कलश लेकर पद यात्रा की जा रही है। वह फिलहाल विवाह को लेकर खुल कर नहीं बोल रहीं हैं। हालांकि, विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि वह बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से विवाह की कामना को लेकर ये यात्रा कर रही हैं। शिवरंजनी इस बारे में सवाल पूछे जाने पर सिर्फ यही कहती हैं कि 16 तारीख का इंतजार करें। हालांकि उनकी बातों से इसलिए भी अनुमान लगाया जा सकता है क्योंकि वह बात करते हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को प्राणनाथ कहते हुए दिखाई देती हैं।

शिवरंजनी तिवारी और पंडित धीरेंद्र शास्त्री के विवाह को लेकर चित्रकूट के साधू-संतों का कहना है कि जोड़ियां तो भगवान बनाते हैं। उनकी इच्छा के अनुसार ही सब होता है, लेकिन अगर आज के जमाने में कोई शादी के लिए इतनी कठोर पदयात्रा कर रहा, तो वो हम उसे आशीर्वाद देते हैं। साधु संतों ने ईश्वर से कामना की है कि जल्द ही दोनों की शादी हो।

वहीं, शिवरंजनी का कहना है कि वो आगामी 16 तारीख को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को ही उनके मन की बात बताएंगी। इस बाबत संतोषी अखाड़ा के महंत श्रीरामजी दास महाराज से पूछने पर उन्होंने कहा कि विवाह संस्कार विधि का विधान होता है, लेकिन अगर इसी कामना को लेकर शिवरंजनी तिवारी द्वारा पदयात्रा की जा रही है, तब फिर चित्रकूट के साधु संतों का पूर्ण आशीर्वाद है। यात्रा में शिवरंजनी तिवारी के पिता, भाई और अन्य लोग भी शामिल हैं।