Poshan Mahotsav: बीजेपी के मंत्री तुलसी सिलावट की गलती से बच्चों का जीवन दांव पर

MP By Poll: सांवेर में मंत्री ने सोशल डिस्टेंस की अनदेखी कर बच्चों को मंच पर बुलाया, कांग्रेस ने कहा मंत्री जी मासूमों को तो बख्श दो

Updated: Sep 20, 2020, 11:31 PM IST

भोपाल। सांवेर उपचुनाव में मंत्री तुलसी सिलावट की प्रतिष्ठा और राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा है। क्षेत्र से मिल रही नकारात्मक रिपोर्ट के बाद मंत्री सिलावट अपनी जीत पक्की करने के लिए सभाएं, कलश यात्राएं आदि कर रहे हैं। इन आयोजनों में खुल कर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आयोजित 'पोषण महोत्सव' में भी मंत्री सिलावट ने पीएम मोदी के कहे दो गज की दूरी के नियम का मखौल उड़ाया। 

कोरोना महामारी के चलते छोटे बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। लेकिन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने पोषण महोत्सव कार्यक्रम में दुधमुंहें बच्चों को बुलवाया। इतना ही नहीं मंत्री सिलावट ने उन्हें  मंच पर बुलाकर प्रमाण पत्र बांटे और  फूलों की माला भी पहनाई।

Click: MP By Poll: मंत्री तुलसी सिलावट की कलश यात्रा ने तोड़ा दो गज दूरी का नियम

मंत्री सिलावट द्वारा कोरोना गाइड लाइन तोड़ने पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। कांग्रेस ने कहा है कि ‘प्रदेश सरकार का ये कैसा पोषण त्यौहार है’। मंत्री तुलसी सिलावट पर निशाना साधते हुए है कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट में लिखा है कि कोरोना महामारी के संकट के बीच मासूम दूधमुंहे बच्चों को बुलाकर अपनी राजनीति चमकाई जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि सांवेर में कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देने वाले मंत्री जी ज़रा इन मासूम बच्चों को तो बख्श दो।

इसके पहले मंत्री सिलावट ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सांवेर यात्रा के पहले करीब 2 हज़ार महिलाओं की मौजूदगी में निकाली गई कलश यात्रा निकाली थी। यात्रा में सोशल डिस्टनसिंग और सरकारी दिशानिर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं थी। जबकि उस समय तक सांवेर में कोरोना के 200 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके थे। इसके बाद कोरोना नियम तोड़ने पर इंदौर पुलिस ने बीजेपी जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर समेत 6 लोगों पर धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज की थी। कर ली है।

आपको बता दें कि आगामी उनपचुनाव में सांवेर से बीजेपी के तुलसी राम सिलावट का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डू से होगा। तुलसीराम सिलावट और प्रेमचंद गुड्डू दोनों कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।