MP: आंगनबाड़ियों में करोड़ों का भ्रष्टाचार, 1348 रुपए प्रति नग की दर से खरीदे गए स्टील के चम्मच

सिंगरौली में आंगनबाडियों में बच्चों के खाने के लिए एक चम्मच 810, सर्विंग चम्मच 1348 और जग 1247 रुपए प्रति नग के दर से खरीदे गए।

Updated: Jan 19, 2025, 09:17 PM IST

सिंगरौली। मध्य प्रदेश में आंगनबाडियों में व्याप्त भ्रष्टाचार का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। राज्य में आंगनबाड़ी के बच्चों के खाने में इस्तेमाल किया जाने वाले चम्मचों की खरीददारी में करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक सिंगरौली जिले में आंगनबाडियों के लिए एक चम्मच 810 रुपए प्रति नग, सर्विंग चम्मच 1348 रुपए और जग 1247 रुपए प्रति नग के हिसाब से खरीदी हुई है।

भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक सिंगरौली की 1500 आंगनबाड़ियों के लिए जिला प्रशासन और महिला बाल विकास विभाग ने सप्लायरों के साथ सांठगांठ कर गरीब बच्चों के बजट में सेंध लगा दी। जिले की 1500 आंगनबाड़ियों के लिए 3100 नग जग, 6200 सर्विंग स्पून (करछी) और 46500 स्पून 4 करोड़ 98 लाख 88 हजार 300 रुपए में खरीदे गए। यह तीनों ही सामग्री अनब्रांडेड है जो सामान्यतः 100-200 रुपए कीमत की होती हैं, लेकिन सप्लायर ने एक चम्मच 810, सर्विंग चम्मच 1348 और जग 1247 रुपए में दिया। 

हैरानी की बात ये है कि थोक में बर्तनों के दाम कम हो जाते हैं, लेकिन अफसर-सप्लायर की मिलीभगत ने लूट मचा दी। आलम ये हुआ कि खरीददारी चार से पांच गुना ज्यादा महंगे दामों में हुई। इससे भी ज्यादा हैरानी की बात ये है कि सिंगरौली महिला बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गुप्ता ने इसे सामान्य बात बताया है। उनका तर्क है कि निजी उपयोग के लिए लोग जब खुद खरीदते हैं तो भाव कम होता है। चूंकि, यह सरकारी खरीदी टेंडर से हुई है इसलिए ज्यादा दाम देने पड़े हैं। 

वहीं, सप्लायर नवीन सोनी ने दैनिक भास्कर को बताया कि यह काम रीतेश मेहता ने किया है। जब रीतेश मेहता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 'मैं सब कान्ट्रैक्टर हूं और 10 साल से मैं केंद्रीय नेताओं के साथ काम कर रहा हूं, पूरे देश में यही हो रहा है। यह कोई नई बात नहीं है।' बताया जा रहा है कि तीनों सामग्री की खरीदी के लिए टेंडर ही नवीन सोनी की फर्म जय माता दी ट्रेडर्स छत्तीसगढ़ के लिए बनाया गया था। अन्य कंपनियां टेंडर में क्वालिफाई ही नहीं हो पाई और टेंडर जय माता दी ट्रेडर्स को मिल गया। 

वहीं, वर्क ऑर्डर जय माता दी ट्रेडर्स के नाम जारी हुआ, लेकिन सप्लाय रीतेश मेहता द्वारा की जा रही है। कुल 52700 चम्मच 4 करोड़ 60 लाख 22 हजार 600 रुपए में और 3100 जग 38 लाख 65 हजार 700 रुपए में खरीदे गए। मामले पर डीपीओ, सिंगरौली राजेश गुप्ता ने कहा कि यह सामान्य बात है। घर की खरीदी अलग होती है और सरकारी खरीदी अलग होती है। यह ऑनलाइन टेंडर था, जिसमें जो दाम आए, उसे मानना पड़ेगा।