MP में बढ़ रहा है कोरोना का खतरा, भोपाल और इंदौर बने कोरोना के हॉटस्पॉट
मध्य प्रदेश में पिछले तेरह दिनों में कोरोना के 169 मामले सामने आए हैं, इनमें 129 मामले भोपाल और इंदौर में दर्ज किए गए हैं

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना पाबंदियों में पूरी छूट देने के एलान के बाद से ही कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पाबंदियों में छूट के एलान के तरह दिनों में कोरोना के 169 मामले प्रदेश भर में दर्ज किए हैं। राजधानी भोपाल और इंदौर कोरोना के हॉटस्पॉट बन गए हैं।
13 दिनों में दर्ज किए गए 169 मामलों में से 129 मामले अकेले भोपाल और इंदौर में दर्ज किए हैं। भोपाल और इंदौर में कोरोना से संक्रमित हुए व्यक्तियों की संख्या में महज़ एक का अंतर है। भोपाल में कोरोना संक्रमण के 65 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि इंदौर में कोरोना के 64 मामले दर्ज किए गए हैं।
भोपाल और इंदौर के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों में भी कोरोना संक्रमण का फैलाव है। जबलपुर में बीते तेरह दिनों में कोरोना के आठ मामले दर्ज किए गए। जबकि ग्वालियर में संक्रमण का सिर्फ एक मामला सामने आया। हालांकि रायसेन और दमोह में कोरोना संक्रमण के मामलों ने चिंता बढ़ाई है।
कोरोना मामलों में पूरी छूट मिलने की अवधि में रायसेन में कोरोना संक्रमण के 14 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि दमोह में संक्रमण के ग्यारह मामले दर्ज किए गए। वहीं शहडोल, बैतूल, बड़वानी, होशंगाबाद और नरसिंहपुर में भी संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं।
कोरोना पाबंदियों में छूट मिलने से पहले नवंबर महीने के पहले पंद्रह दिनों में प्रदेश में कोरोना के 123 मामले सामने आए थे। संक्रमण के इस आंकड़े में सबसे अधिक 44 मामले राजधानी भोपाल में दर्ज किए गए थे। भोपाल के बाद 38 मामले इंदौर में सामने आए थे।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्कूलों को आधी क्षमता के साथ संचालित किए जाने का निर्णय लिया गया है। वहीं एक दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक लेने वाले हैं। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सीएम ने अस्पतालों में दवाइयों, बिस्तरों और इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए हैं।