विद्या बालन ने शिवराज के मंत्री के साथ डिनर के लिए मना किया तो अगले दिन रोकी गईं शूटिंग की गाड़ियाँ

मध्य प्रदेश के वनमंत्री विजय शाह ने जताई थी विद्या बालन के साथ डिनर की इच्छा, अभिनेत्री के मना करने के अगले दिन डीएफओ ने शूटिंग यूनिट की गाड़ी रोकी

Updated: Nov 28, 2020, 05:20 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री विद्या बालन के साथ डिनर की इच्छा जताई थी। विद्या ने राज्य के वनमंत्री के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया जिसके बाद शूटिंग यूनिट की गाड़ियां रोक दी गई। हालांकि, मामला बढ़ने के बाद उन्हें जाने दिया गया।

दरअसल, बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन फिल्म शेरनी की शूटिंग के लिए आठ नवंबर को बालाघाट पहुंची थीं। उसी दिन विद्या बालन से मिलने वन मंत्री विजय शाह पहुंच गए। वन मंत्री ने मुलाकात के बाद विद्या बालन को रात के खाना साथ खाने का न्योता दिया तो विद्या बालन थोड़ी असहज हो गईं और उन्होंने मंत्री शाह के साथ डिनर करने से मना कर दिया।

इसके अगले दिन जब विद्या बालन की फिल्म की प्रोडक्शन टीम शूट करने गई तो बालाघाट दक्षिण के डीएफओ जीके बरकड़े ने यह कहकर प्रोडक्शन की गाड़ियां रोक दीं कि सिर्फ दो गाड़ियां ही अंदर जाएंगी। वन विभाग के इस रवैये की जानकारी शासन तक पहुंची। जिसके बाद आनन-फानन में डीएफओ को निर्देशित किया गया और सभी गाड़ियों को अंदर जाने की अनुमति दिलाई गई। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक फ़िल्म प्रोडक्शन यूनिट में 20 अक्टूबर से 21 नवंबर तक के लिए शूटिंग की इजाजत ली थी। अभिनेत्री और मंत्री के मिलने का समय 8 नवंबर को सुबह 11 से 12 बजे तक का तय हुआ था। इसके बाद शाम चार बजे वन मंत्री को महाराष्ट्र के ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व जाना था। रात में उन्हें वहीं रुकना भी था, लेकिन वे भरवेली खदान के रेस्ट हाउस में ही रुक गए थे।

मंत्री ने कहा डिनर हमने नहीं प्रशासन ने रखी था

इस मामले में मंत्री विजय शाह ने सफाई दी है कि विद्या बालन के डिनर की व्यवस्था उनकी तरफ से नहीं बल्कि जिला प्रशासन की ओर से की गई थी। उन्होंने गाड़ियां रोके जाने को लेकर कहा है कि गाड़ियां इसलिए रोकी गईं, क्योंक शूटिंग के दौरान जंगल में दो जनरेटर जाते थे, लेकिन उस दिन उन्होंने जनरेटर वाली कई गाड़ियां जंगल में ले जाने की कोशिश की जिसे DFO ने रोक दिया था।