उपचुनाव में वर्चस्‍व के लिए भाजपा की ‘बस’ राजनीति

कोटा में फंसे छात्रों को मप्र लौटा लाने के निर्णय का भी राजनीतिक इस्‍तेमाल हो रहा है। शिवराज सरकार ने उपचुनाव में लाभ लेने की मंशा से सारी बसें ग्‍वालियर से चलाने का निर्णय लिया है।  

Publish: Apr 21, 2020, 09:51 AM IST

राजस्थान के कोटा शहर में फंसे 1197 छात्रों की  वापसी के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने तैयारी कर ली है। छात्रों को वापस 21 अप्रैल की सुबह बसें ग्‍वालियर के कम्‍पू क्षेत्र स्थित विशेष सशस्‍त्र बल 14 वीं वाहिनी के ग्राउंड से रवाना होगी। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार भोपाल के 39, भिंड के 48, छतरपुर के 50, इंदौर के पांच और ग्वालियर के 68 छात्र सहित कुल 1197 छात्र कोटा में फंसे हुए हैं। इन्‍हें लाने के लिए मेडिकल स्टाफ और पुलिस कर्मियों के साथ वाहन रवाना किए जाएंगे।

इससे पहले कोटा में फंसे उत्तर प्रदेश के छात्रों को लाने के लिए योगी सरकार ने करीब 300 बसें भेज थीं। इसे लेकर राजनीतिक लड़ाई भी छिड़ी हुई है। करीब 35 हजार फंसे छात्रों की घर वापसी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच विवाद हो गया था। राजस्थान सरकार ने इन छात्रों को घर वापसी के लिए पास जारी करने शुरू किए थे। कुछ छात्र अपने गृह राज्य की सीमा पर पहुंचे तो उन्हें रोक दिया गया। इसके बाद बिहार सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर कहा कि ये लॉकडाउन के नियमों के खिलाफ है, इस पर तुरंत कार्रवाई की जाए।

मगर मप्र सरकार ने इस राजनीति को अलग रंग दे दिया है। उसने ग्‍वालियर-चंबल क्षेत्र निवासियों को खुश करने के लिए सारी बसें ग्‍वालियर से भेजने का निर्णय लिया है। इस क्षेत्र को खुश करने की यह कवायद उपचुनाव को देखते हुए की जा रही है। गौरतलब है कि कमलनाथ सरकार का साथ छोड़ कर भाजपा में गए कांग्रेस विधायकों की सीट रिक्‍त होने के कारण मध्य प्रदेश में इस साल 24 उप चुनाव होने हैं। इनमें ग्वालियर-चंबल अंचल में दो तिहाई यानि 15 सीटें हैं। यहां भाजपा और कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की रणनीति पर काम कर रही हैं। वहीं, जौरा के विधायक बनवारीलाल शर्मा तथा आगर मालवा के मनोहर ऊंटवाल के निधन से रिक्त हुई दो सीटों में जौरा सीट भी ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की है। इस तरह ग्वालियर-चंबल संभाग में 16 सीटों पर उप चुनाव होना है। भाजपा की निगाहें इन्‍हीं सीटों पर है और वह क्षेेत्र को खुश करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।