स्कूलों में हिजाब बैन पर अलग थलग पड़ी शिवराज सरकार, नरोत्तम मिश्रा बोले ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं
इस पूरे मामले में शिवराज सरकार के मंत्रियों के अलग अलग बयान सामने आ रहे हैं, स्कूल शिक्षा मंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री के दावों को खुद सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने खारिज कर दिया है
भोपाल। मध्य प्रदेश के स्कूलों में हिजाब बैन के मसले पर खुद राज्य की शिवराज सरकार अलग थलग पड़ गई है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के दावों को खुद प्रदेश के गृह मंत्री और शिवराज सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने खारिज कर दिया है। नरोत्तम मिश्रा ने यह स्पष्ट किया है कि स्कूलों में हिजाब पर बैन लगाने का ऐसा कोई भी प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं है।
नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि ऐसा कोई भी प्रस्ताव मध्य प्रदेश सरकार के पास नहीं है। इसलिए कोई भ्रम में नहीं रहे। यह विवाद यहां का नहीं है। जहां पर यह विवाद चल रहा है, वहां की हाई कोर्ट में यह मामला चल रहा है।
जाहिर है कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने खुद अपनी सरकार के अन्य दो मंत्रियों के उन दावों को खारिज कर दिया है, जिन्होंने निकट भविष्य में मध्य प्रदेश के स्कूलों में हिजाब पर रोक का दावा किया है। दावा करने वाले मंत्रियों में खुद शिवराज सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार हैं। जिन्होंने मंगलवार को यह एलान किया था कि प्रदेश के स्कूलों में भी अब हिजाब पर रोक लगाई जाएगी। इतना ही नहीं नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी यह कहा कि अगर किसी स्कूल कॉलेज में बच्चे हिजाब पहनकर आएंगे, तो स्कूल कॉलेज पर कारवाई की जाएगी।
मध्यप्रदेश में विभिन्न मुद्दों पर मंत्रियो के अलग- अलग सुर रोज देखने में आते है..
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) February 9, 2022
अब हिजाब को लेकर स्कूली शिक्षा मंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री का बयान अलग और अब सरकार के प्रवक्ता गृह मंत्री का बयान अलग…?
सही कौन , ग़लत कौन…
अब अधिकृत निर्णय बेटियों के मामाजी ही सुनायेंगे…
हिजाब बैन के इस मसले पर शिवराज सरकार के मंत्रियों के अलग अलग बयानों ने भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है। इस पूरे मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में विभिन्न मुद्दों पर मंत्रियो के अलग- अलग सुर रोज देखने में आते हैं।अब हिजाब को लेकर स्कूली शिक्षा मंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री का बयान अलग और अब सरकार के प्रवक्ता गृह मंत्री का बयान अलग?सही कौन, ग़लत कौन।अब अधिकृत निर्णय बेटियों के मामाजी ही सुनायेंगे।