Bhind: अवैध खनन के खिलाफ डॉ गोविंद सिंह का सत्याग्रह
Govind Singh: भिंड में सिंध नदी बचाने और अवैध रेत खनन के खिलाफ पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह का उपवास, बीजेपी सरकार पर लगाया अवैध खनन के संरक्षण का आरोप

भोपाल। मध्य प्रदेश में अवैध रेत खनन का मामला एक बार फिर गरमा गया है। भिंड और उसके आसपास के इलाकों में अवैध खनन रोकने के लिए पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ गोविंद सिंह एक दिन के सत्याग्रह पर हैं। भिंड स्थित गांधी प्रतिमा के नीचे गोल मार्किट पर पूर्व मंत्री का उपवास चल रहा हैं। कांग्रेस नेता स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शनिवार सुबह 8 बजे से उपवास पर बैठे हैं। एक दिन का सत्याग्रह कर रहे डॉ गोविंद सिंह ने बीजेपी सरकार पर अवैध खनन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
गोविंद सिंह का कहना है कि उन्होंने कई बार राज्य सरकार को चंबल में अवैध खनन रोकने के लिए पत्र लिखा है। इसके बाद भी सरकार की ओर से रेत खनन रोकने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। गोविंद सिंह का आरोप है कि भिंड में अवैध खनन कर रेत उत्तर प्रदेश में बेची जा रही है। इससे राजस्व का नुकसान हो रहा है वहीं गलत तरीके से अवैध खनन पर नदियों का भी नुकसान हो रहा है। उनका कहना है कि रेत खनन की शिकायत हर स्तर पर की गई है कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, इसलिए मजबूर होकर उन्हें सत्याग्रह का रास्ता चुनना पड़ा है।
गोविंद सिंह ने एक हफ्ते पहले प्रदेश सरकार को धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी। इस मौके पर गोविंद सिंह ने कहा कि अगर सरकार एक महीने में कोई कारगर औऱ ठोस कदम नहीं उठाती तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करने पर विवश हो जाएगी। पूर्व मंत्री का कहना है कि भिंड जिले में काम कर रही खनन कंपनी पावरमेक के साथ खनिज विभाग और प्रशासन के साथ पुलिस और बीजेपी नेता भी शामिल हैं। गोविंद सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के इनामी गुडें रेत व्यापारियों से वसूली करते हैं, और पुलिस मूक दर्शक बनी देखती रहती है।
अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ सरकार को जगाने के लिए पूर्व मंत्री गोविंद सिंह करीब आधा सैकड़ा से अधिक कार्यकर्ता भी सत्याग्रह कर रहे हैं। उपवास स्थल पर कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी करते हुए समूह में बैठ नजर आए। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश सचिव खिजर मोहम्मद कुरैशी, प्रदेश उपाध्यक्ष रामकिशोर भारद्वाज, जिला अध्यक्ष जय श्रीराम बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष रामनारायण हिंडोलिया समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और सेवादल के यूथ ब्रिगेड के सदस्य मौजूद थे।